बिहार में सामने आई स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, कोरोना से संक्रमित हुए डॉक्टर रिपोर्ट आने तक करते रहे लोगों का इलाज, मचा हड़कंप

By एस पी सिन्हा | Published: April 19, 2020 08:40 PM2020-04-19T20:40:05+5:302020-04-19T20:40:26+5:30

इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही यह सामने आई है कि उनका ब्लड सैंपल लेने के बावजूद उन्हें क्वारेंटाइन नहीं किया गया.

Health department's big negligence in Bihar, Corona infected doctors continue to treat people till report, there is a stir | बिहार में सामने आई स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, कोरोना से संक्रमित हुए डॉक्टर रिपोर्ट आने तक करते रहे लोगों का इलाज, मचा हड़कंप

बिहार में सामने आई स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, कोरोना से संक्रमित हुए डॉक्टर रिपोर्ट आने तक करते रहे लोगों का इलाज, मचा हड़कंप

Highlightsइससे यह अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि उनके द्वारा देखे गये कितने मरीज संक्रमित हो चुके होंगे? अस्पताल के चिकित्सक के पॉजिटिव पाये जाने के बाद जिले के सभी डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों में भय का माहौल कायम हो गया है.

पटना: बिहार में जारी कोरोना के कहर के बीच स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है. दुबई से आए नालंदा के शख्स के कारण संक्रमित हुए बिहारशरीफ पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी की लापरवाही भी भारी पडने वाली है. चिकित्सा पदाधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही यह सामने आई है कि उनका ब्लड सैंपल लेने के बावजूद उन्हें क्वारेंटाइन नहीं किया गया. यही नहीं रिपोर्ट आने तक वे पीएचसी में ड्यूटी करते रहे.

इससे यह अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि उनके द्वारा देखे गये कितने मरीज संक्रमित हो चुके होंगे? हालांकि, उस समय उनके साथ काम कर रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को आइसोलेशन में भेज दिया गया है. लेकिन अब यह पता लगाया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने मरीजों का इलाज किया था या नहीं? अगर मरीजों का इलाज किया होगा तो उन सभी को आइ्सोलेट कर उनका सैंपल भी जांच के लिए भेजा जाएगा. लेकिन तबतक एक चेन बन चुका होगा. 

यह संभव है कि अपना ईलाज कराकर घर गये लोग अपने परिवार से मिले होंगे और कितने परीचितों के यहां गये होंगे? यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि अगर संक्रमण फैला होगा तो एक लंबी कतार लग जा सकती है. वहीं, सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि ये बिहारशरीफ क्षेत्र में बने क्वारेटाइन सेंटर के प्रभार में भी थे. इन्हें क्वारेटाइन करने की व्यवस्था की जा रही है. 

उधर, अस्पताल के चिकित्सक के पॉजिटिव पाये जाने के बाद जिले के सभी डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों में भय का माहौल कायम हो गया है. सिविल सर्जन कार्यालय समेत पूरे अस्पताल को सैनेटाइज किया जा रहा है. यह भी बताया जा रहा है कि वो पिछले कई दिनों से कोरोना महामारी को लेकर जारी विभागीय बैठक में भी भाग लिये थे. 

जिसके बाद सिविल सर्जन समेत सभी लोगों ने अपनी-अपनी जांच कराने की बात कही है. डॉक्‍टर बीते 11 अप्रैल को दुबई से लौटे एक संक्रमित युवक के संपर्क में आए थे. अब दोनों के संपर्क में आए लोगों की पडताल शुरु कर दी गई है. सभी के सैम्पल जांच के लिए भेजे जाएंगे. डॉक्टर के सम्पर्क में आए करीब 74-75 डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों व मरीजों को क्वारनटाईन किया जा रहा है.

यहां उल्लेखनीय है कि बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की आज चौथी सूची जारी की गई है. एक बार फिर से एक पॉजिटिव केस सामने आए हैं. इस तरह से बिहार में संख्या बढकर 93 पर पहुंच गई है. इसके साथ ही बिहार में कोरोना संक्रमण का मामला बढते हुए नए जिले में प्रवेश कर गया है. इनमें आज नालंदा से मिले चार व बक्‍सर के दो मामले के साथ भोजपुर(आरा) जिले का एक मरीज शामिल है. 

इनमें एक डॉक्‍टर भी हैं. कोरोना के ताजा मामले में आज बक्‍सर के युवक व युवती तथा नालंदा के एक डॉक्‍टर समेत चार शामिल हैं. बक्सर के युवक व युवती का संपर्क आसानसोल से आए कोरोना पॉजिटिव मरीज से हुआ था. उन्होंने बताया कि ये सभी पॉजिटिव शख्स के संपर्क में आए थे. बता दें कि आज अब तक 7 पॉजिटिव केस मिल चुका है. जबकि अभी भी बडा संख्या में सैंपल की जांच जारी है. 

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