राहुल गांधी को मनाने कल दिल्ली आएंगे सीएम कुमारस्वामी, इस्तीफा ना देने का करेंगे आग्रह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 29, 2019 03:08 PM2019-05-29T15:08:21+5:302019-05-29T15:08:21+5:30
लोकसभा चुनाव-2019 में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने CWC की बैठक में इस्तीफे की पेशकश की थी। जिसको पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा स्वीकार नहीं किया गया था।
कर्नाटक सरकार पर जारी संकट के बीट मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि वो कल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। कुमारस्वामी ने कहा है कि वो मुलाकात कर राहुल गांधी को इस बात के लिए समझाएंगे कि इस वक्त उनका कांग्रेस पद से इस्तीफा देना बिल्कुल सही नहीं है। उन्हें इस्तीफे के लिए बिल्कुल भी नहीं सोचना चाहिए। कुमारस्वामी ने कहा है कि राहुल गांधी के नेतृत्व को कांग्रेस को अभी जरूरत है। लोकसभा चुनाव-2019 में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने CWC की बैठक में इस्तीफे की पेशकश की थी। जिसको पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा स्वीकार नहीं किया गया था।
लोकसभा चुनाव-2019 में कांग्रेस को सिर्फ 52 सीटें मिली हैं,वहीं बीजेपी को 303 सीट मिली है।
Karnataka CM, HD Kumaraswamy on Congress President Rahul Gandhi: I will meet him tomorrow and speak to him. He should not resign. pic.twitter.com/gR3DELcc1e
— ANI (@ANI) May 29, 2019
29 मई को कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) सरकार पर संकट और दोनों पार्टियों में मतभेद की खबरों के बीच राज्य के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर के बीच बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस के राज्य प्रमुख दिनेश गुंडू राव, मंत्री डीके शिवकुमार, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल और पूर्व सीएम सिद्धारमैया भी शामिल हुए।
राहुल गांधी को कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए पार्टी नेताओं ने निकाला नया फार्मूला
महाराष्ट्र, हरियाणा सहित अन्य राज्यों के चुनावों को देखते हुए कांग्रेस के तमाम नेता राहुल को अध्यक्ष पद पर बनाये रखने के लिए नये फार्मूले पर काम कर रहे है। इस फार्मूला के तहत राहुल से कहा जा रहा है कि वे फिलहाल तीन चार महीने तक जब तक कि महाराष्ट्र, हरियाणा सहित अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव सम्पन्न नहीं हो जाते तब तक अध्यक्ष पद पर बने रहे इस दौरान पार्टी उनके विकल्प की तलाश जारी रखेगी।
सूत्रों का कहना था कि राहुल से यह भी आग्रह किया जा रहा है कि तीन महीने के कार्यकाल में वे पार्टी संगठन में किए जाने वाले परिवर्तनों को अंजाम दें। पार्टी नेताओं का यह फार्मूला राहुल स्वीकार करते है या नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन बताया जा रहा है कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी इस फार्मूले से सहमत है।