Hathras stampede: धार्मिक मंडली के आयोजकों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज की FIR, अब तक 121 की मौत, 28 घायल
By मनाली रस्तोगी | Updated: July 3, 2024 09:51 IST2024-07-03T09:50:04+5:302024-07-03T09:51:00+5:30
Hathras stampede: सड़क के दूसरी ओर पानी और कीचड़ से भरे खेतों में भाग रही भीड़ को आयोजन समिति ने लाठी-डंडों से जबरन रोका, जिससे भीड़ का दबाव बढ़ता गया और महिलाएं, बच्चे और पुरुष दबते रहे।

Hathras stampede: धार्मिक मंडली के आयोजकों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज की FIR, अब तक 121 की मौत, 28 घायल
हाथरस: राहत आयुक्त कार्यालय ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक धार्मिक मंडली में हुई विनाशकारी भगदड़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है और 28 घायल हो गए हैं। सत्संग में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही पड़ोसी राज्यों से भी श्रद्धालु आये थे। पीड़ित हजारों की भीड़ का हिस्सा थे जो धार्मिक उपदेशक भोले बाबा के सत्संग के लिए सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलराई गांव के पास एकत्र हुए थे।
धार्मिक मंडली के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर
इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को हाथरस में धार्मिक मंडली के आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। मंगलवार देर रात सिकंदराराऊ पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में 'मुख्य सेवादार' देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों का नाम लिया गया है।
एफआईआर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 110 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 223 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा), 238 (सबूतों को गायब करने का कारण) के तहत दर्ज की गई है।
ऐसे हुआ हादसा
एफआईआर के मुताबिक कार्यक्रम स्थल से भीड़ के बेकाबू होने के कारण जमीन पर बैठे श्रद्धालु कुचले गये। सड़क के दूसरी ओर पानी और कीचड़ से भरे खेतों में भाग रही भीड़ को आयोजन समिति ने लाठी-डंडों से जबरन रोका, जिससे भीड़ का दबाव बढ़ता गया और महिलाएं, बच्चे और पुरुष दबते रहे।
मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने हर संभव प्रयास किया और उपलब्ध संसाधनों से घायलों को अस्पताल भेजा। लेकिन आयोजकों की ओर से कोई सहयोग नहीं दिया गया।