हरियाणा का नौ सदस्यीय गिरोह एसबीआई सीडीएम धोखाधड़ी में शामिल
By भाषा | Updated: June 27, 2021 21:20 IST2021-06-27T21:20:51+5:302021-06-27T21:20:51+5:30

हरियाणा का नौ सदस्यीय गिरोह एसबीआई सीडीएम धोखाधड़ी में शामिल
चेन्नई, 27 जून हरियाणा का एक नौ सदस्यीय गिरोह शहर में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की विभिन्न नकदी जमा मशीनों से 48 लाख रुपये की धोखाधड़ी के पीछे था और इस संबंध में एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी पुलिस ने दी।
चेन्नई से पुलिस की एक टीम मुख्य षड्यंत्रकर्ता और अन्य को पकड़ने के लिए हरियाणा में है।
चेन्नई पुलिस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वीरेंद्र रावत को उस राज्य से गिरफ्तार किया गया और रविवार को यहां लाया गया।
बयान में कहा गया, ‘‘विशेष टीमों की जांच से पता चला है कि इस अपराध में हरियाणा के नौ लोग शामिल थे।’’
एक व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और उसके पास से 4.5 लाख रुपये बरामद किए गए हैं।
बाकी को पकड़ने के लिए पुलिस हरियाणा राज्य में है।
पुलिस के अनुसार, यहां वेलाचेरी इलाके सहित विभिन्न स्थानों पर स्थित ऑटोमेटेड कैश विदड्रॉल एंड डिपॉजिट मशीन से 48 लाख रुपये की चोरी हो गई है। इसे कैश डिपॉजिट मशीन (सीडीएम) भी कहा जाता है।
पुलिस के अनुसार सीडीएम ग्राहकों को नकदी निकालने के लिए 20 सेकंड का समय प्रदान करते हैं और अगर ऐसा नहीं किया जाता है, तो नकदी वापस मशीनों में चली जाती है। अगर नकदी ली जाती है तो मशीन का ढक्कन फिसल कर बंद हो जाता है।
पुलिस के अनुसार जांच में पता चला कि संदिग्धों ने पहले मशीनों से (निकासी के विकल्प का उपयोग करके) नकदी ली और फिर अपने हाथों का उपयोग करके ढक्कन को थोड़ी देर के लिए बंद होने से रोक दिया। पुलिस के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि सेंसर ने इस कार्रवाई को गलत तरीके से यह पढ़ा कि ग्राहकों द्वारा ‘‘नकदी नहीं ली गई’’ और सर्वरों को संदेश भेजा कि नकदी नहीं निकाली गई है।
पुलिस के अनुसार इससे संबंधित बैंक खातों से पैसा नहीं कटा जबकि मशीनों से नकदी ले ली गई थी।
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