हरियाणा विधानसभा चुनावों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत न मिलने से किंगमेकर बनकर उभरे जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) प्रमुख दुष्यंत चौटाला आज, यानी शुक्रवार शाम अपने विधायकों और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करेंगे। इस बैठक के बाद दुष्यंत शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे।
दुष्यंत चौटाला की इस बैठक से हरियाणा में सरकार गठन को लेकर जेजेपी का रुख स्पष्ट होने की संभावना है। अभी तक दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा में नई सरकार के गठन को लेकर जेजेपी का रुख साफ नहीं किया और ये नहीं बताया है कि उनकी पार्टी बीजेपी या कांग्रेस किसका समर्थन करेगी।
बीजेपी को समर्थन पर फैसला नहीं: दुष्यंत चौटाला
दुष्यंत चौटाला ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा कि अब तक उनकी बीजेपी से कोई बातचीत नहीं हुई है और उन्होंने बीजेपी के समर्थन पर कोई फैसला नहीं लिया है।
चौटाला ने कहा कि पहले वह अपने पार्टी के विधायकों साथ बैठक करेंगे, उसके बाद ही आगे की योजना पर फैसला किया जाएगा।
जेजेपी को बीजेपी-कांग्रेस दोनों से मिला है ऑफर
जेजेपी की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष सरदार निशांत सिंह ने समर्थन को लेकर पार्टी के रुख पर कहा, हमें दोनों पक्षों से निमंत्रण मिला है। हम फैसला अपने निर्वाचित उम्मीदवारों से चर्चा के बाद ही लेंगे। अगर बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, तो निश्चित तौर पर जनादेश उनके खिलाफ है। हम अपना रुख बैठक के बाद साफ करेंगे।
हरियाणा चुनावों में किंगमेकर बनकर उभरे हैं दुष्यंत चौटाला
हरियाणा विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। 90 विधानसभा सीटों के चुनावों में बीजेपी को 40, कांग्रेस को 30, जेजेपी को 10 और अन्य को 9 सीटें मिली हैं। 40 सीटें जीतने वाली बीजेपी दोबारा सरकार बनाने की कोशिशों में लग गई है और उसने 6 निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत न मिलने के बाद 10 सीटें जीतने वाली दुष्यंत चौटाला की भूमिका अहम हो गई है और अब ये देखना दिलचस्प होगा कि वह बीजेपी या कांग्रेस में से किसका समर्थन करेंगे।
नतीजों के बाद दुष्यंत ने की बीजेपी की आलोचना
हालांकि दुष्यंत चौटाला ने अभी तक किसी भी पार्टी को समर्थन देने को लेकर अपने पत्ते तो नही खोले हैं, लेकिन हरियाणा चुनाव नतीजों के बाद उन्होंने बीजेपी की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वह निर्दलीय विधायकों को अपने पाले में करने के लिए उन पर दबाव डाल रही है और उन्हें दिल्ली ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर भेजने की तैयारी में है। पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत ने महज 11 महीने पहले ही इंडियन नेशनल लोकदल से अलग होकर जननायक जनता पार्टी का गठन किया था। अब इतने कम समय में ही उनकी अगुवाई में जेजेपी ने विधानसभा चुनावों में 10 सीटें जीतते हुए खुद को राज्य की राजनीति के प्रमुख खिलाड़ियों में ला खड़ा किया है, जबकि कभी हरियाणा में राज कर चुकी इंडियन नेशनल लोकदल महज एक सीट ही जीत पाई है।