Haryana Assembly elections: कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन वार्ता के तहत आम आदमी पार्टी (आप) की 10 सीटों की मांग को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस के राज्य प्रभारी दीपक बाबरिया ने राज्य चुनावों से पहले सीट-बंटवारे की व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए आप के राघव चड्ढा से मुलाकात की थी।
बाबरिया ने कहा कि हमने कहा कि हम गठबंधन के लिए तैयार हैं लेकिन 10 सीटें नहीं दी जा सकतीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समाजवादी पार्टी (सपा) और सीपीएम के साथ भी बातचीत कर रही है।
बाबरिया ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "वर्तमान में हम आम आदमी पार्टी से बात कर रहे हैं। एक या दो अन्य दलों ने भी संपर्क किया है, हम एक या दो दिन में जवाब देंगे। सीपीआईएम और समाजवादी पार्टी ने हमसे संपर्क किया। वे बहुत कम संख्या की उम्मीद कर रहे हैं... वे चाहते हैं राज्य में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं... हम एक ऐसी सीट की भी तलाश कर रहे हैं जो हमारे और उनके लिए सुविधाजनक हो।"
हरियाणा चुनाव के लिए बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट की उम्मीदवारी को लेकर चल रही अटकलों पर बाबरिया ने कहा कि मुझे नहीं पता कि केसी वेणुगोपाल के साथ उनकी क्या चर्चा हुई। लेकिन जो भी समाधान निकलेगा वह सभी को स्वीकार्य होगा।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच संभावित गठबंधन को अंतिम रूप देने की कोशिशें जारी हैं। आप के सूत्रों ने खुलासा किया कि चड्ढा और वेणुगोपाल के बीच पहले ही दो दौर की बातचीत हो चुकी है।
आम आदमी पार्टी (आप) 10 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। जबकि कांग्रेस ने सात सीटों की पेशकश की है। दरअसल हरियाणा में नौ विधानसभा सीटें एक लोकसभा क्षेत्र के अधिकार क्षेत्र में आती हैं। आप सीटों में बड़ी हिस्सेदारी की मांग कर रही है। आप और कांग्रेस दोनों ही हरियाणा में अपना प्रभाव बढ़ाने के इच्छुक हैं। दोनों पार्टियों ने हरियाणा, गुजरात, गोवा, दिल्ली और चंडीगढ़ में मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था। हरियाणा में 90 विधानसभा सीटें हैं और 5 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।