हरियाणा विधानसभा चुनावः वंशवाद पर भाजपा सख्त, वर्तमान MP व MLA के परिवार को टिकट नहीं, 29 सितंबर को बैठक
By भाषा | Updated: September 25, 2019 19:42 IST2019-09-25T19:42:13+5:302019-09-25T19:42:13+5:30
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में हुई इस बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा प्रभारी अनिल जैन, हरियाणा चुनाव प्रभारी नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

हरियाणा और महाराष्ट्र में 21 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव हैं।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 29 सितंबर को होने की संभावना है जिसमें हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी के उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया जायेगा।
समझा जाता है कि पार्टी ने जोर दिया है कि वर्तमान सांसदों एवं विधायकों के परिवार के सदस्यों को टिकट नहीं दिया जाये। हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति को लेकर बुधवार को भाजपा कोर कमेटी की बैठक नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में हुई।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में हुई इस बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा प्रभारी अनिल जैन, हरियाणा चुनाव प्रभारी नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
Bharatiya Janata Party (BJP) will hold a Parliamentary Board Meeting on September 29 to finalise the list of candidates for the upcoming Haryana assembly elections. pic.twitter.com/D4SeH2NcrQ
— ANI (@ANI) September 25, 2019
हरियाणा के पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि पार्टी अपने वर्तमान जन प्रतिनिधियों के परिवार के सदस्यों को टिकट नहीं देगी जो उसके वंशवाद की राजनीति के खिलाफ रुख पर आधारित है । पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि हालांकि राज्यसभा सांसद वीरेन्द्र सिंह की पत्नी प्रेमलता सिंह को टिकट देने से मना नहीं किया जायेगा क्योंकि वह पहले से ही विधायक है।
Delhi: Haryana BJP Core Committee meeting with party President Amit Shah is underway at BJP Headquarters. pic.twitter.com/CwoDFxUdZ6
— ANI (@ANI) September 25, 2019
ऐसी खबरे आ रही हैं कि भाजपा के कई सांसद अपने परिवार के सदस्यों का नाम चुनाव में टिकट के लिये आगे कर रहे हैं। ऐसे में पार्टी को यह सैद्धांतिक रुख लेना पड़ रहा है कि वर्तमान जन प्रतिनिधियों के परिवार के सदस्यों को टिकट नहीं दिया जायेगा। हरियाणा और महाराष्ट्र में 21 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव हैं।