हरियाणा: बंसीलाल के परिवार को तीन टिकट, देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह और भजनलाल की बहू रेणुका बिश्नोई का कटा टिकट
By बलवंत तक्षक | Updated: October 4, 2019 08:22 IST2019-10-04T08:19:35+5:302019-10-04T08:22:27+5:30
Haryana assembly election 2019: अंबाला जिले की अंबाला छावनी सीट से पूर्व मंत्री निर्मल सिंह अपनी बेटी चित्र सरवरा को टिकट दिलाने पर अड़े थे. हुड्डा भी चित्र का समर्थन कर रहे थे, लेकिन शैलजा यहां अपनी समर्थक वेणु सिंगला अग्रवाल को टिकट दिलाने में कामयाब रही हैं.

हरियाणा: बंसीलाल के परिवार को तीन टिकट, देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह और भजनलाल की बहू रेणुका बिश्नोई का कटा टिकट
हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए टिकटों का फैसला करते समय कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के पूर्व के अध्यक्ष अशोक तंवर के प्रदर्शन को कोई तरजीह नहीं दी. तंवर समर्थकों को टिकट के मामले में पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया.
टिकटों का फैसला प्रदेश कांग्रेस की नवनियुक्त अध्यक्ष कुमारी शैलजा और विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा की सहमति से किया गया है. कुछ सीटें ऐसी भी थीं, जहां शैलजा और हुड्डा के बीच भी लंबी खींचतान के बाद फैसला किया गया. अपने समर्थकों के साथ दिनभर हंगामा करने के बावजूद टिकट के मामले में तंवर को मायूसी ही मिली. उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को एक लंबी-चौड़ी सूची देते हुए पांच साल तक कांग्रेस की मजबूती के लिए अपना साथ देने के लिए उन्हें टिकट देने का आग्रह किया था.
पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल के परिवार को तीन टिकट मिली हैं. बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी को तोशाम, बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा को बाढडा और दामाद सोमवीर सिंह को लोहारू क्षेत्र से टिकट दिया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल के दोनों बेटों पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन को पंचकूला और कुलदीप बिश्नोई को आदमपुर से मैदान में उतारा गया है,
जबकि उनकी पुत्रवधू व हांसी से मौजूदा विधायक रेणुका बिश्नोई को टिकट से इनकार कर दिया गया है. हालांकि, हांसी से कुलदीप बिश्नोई की सिफारिश पर ओमप्रकाश पंघाल को जरूर टिकट दे दिया गया है. इसी तरह नलवा क्षेत्र से भी बिश्नोई के समर्थक रणधीर पनिहार को चुनाव लड़ने के लिए झंडी दी गई है. पूर्व मुख्यमंत्री स्व. देवीलाल के बेटे पूर्व मंत्री रणजीत सिंह रानिया क्षेत्र से टिकट की लड़ाई में पिछड़ गए. विनीत कंबोज को टिकट दिए जाने से नाराज रणजीत सिंह ने रानिया से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. दूसरी तरफ कई चुनाव हार चुके देवीलाल के भांजे डॉ. के.वी. सिंह की जगह उनके बेटे अमित सिहाग को डबवाली से टिकट मिल गया है.
अंबाला जिले की अंबाला छावनी सीट से पूर्व मंत्री निर्मल सिंह अपनी बेटी चित्र सरवरा को टिकट दिलाने पर अड़े थे. हुड्डा भी चित्र का समर्थन कर रहे थे, लेकिन शैलजा यहां अपनी समर्थक वेणु सिंगला अग्रवाल को टिकट दिलाने में कामयाब रही हैं.
उधर, फतेहाबाद सीट पर हुड्डा ने आज पूर्व मुख्य संसदीय सचिव प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा के नाम पर मोहर लगवा दी. कल देर रात को कांग्रेस ने कुल 90 सीटों में से 84 पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए थे. बाकी छह सीटों पर आज उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई. नामांकन भरने की आखिरी तारीख 4 अक्तूबर है.