पाकिस्तानी लड़की से ऑनलाइन हुआ प्यार, इश्क में कर गया सीमा पार, पढ़ें 6 साल बाद भारत लौटे हामिद अंसारी की लव स्टोरी
By स्वाति सिंह | Updated: December 19, 2018 16:13 IST2018-12-19T14:53:13+5:302018-12-19T16:13:16+5:30
मुंबई निवासी अंसारी कथित तौर पर ऑनलाइन दोस्त बनी लड़की से मिलने के लिए 2012 में अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान चला गया था।

पाकिस्तानी लड़की से ऑनलाइन हुआ प्यार, इश्क में कर गया सीमा पार, पढ़ें 6 साल बाद भारत लौटे हामिद अंसारी की लव स्टोरी
पाकिस्तान जेल में सजा काटकर हामिद अंसारी मंगलवार को स्वदेश लौटे हैं। इसके बाद बुधवार को हामिद ने अपने परिवार के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। सुषमा स्वराज से मिलते वक्त हामिद की मां बेहद भावुक हो गई। उन्होंने कहा 'मेरा भारत महान, मेरी मैडम महान, सब मैडम ने ही किया है। जब हामिद भारत लौटे तो उन्होंने सबसे पहले भारत की सरहद को चूमा।
पिता ने सबसे पहले टटोला बेटे का जिस्म
इसके बाद मंगलवार को भारत पाकिस्तानी जेल से रिहा होने के बाद वह वाघा बॉर्डर पर अपने परिजनों से मिले। हामिद जब अपने परिजनों से गले मिल रहे थे तो उनके पिता उन्हें ऐसे टटोलने लगे कि कहीं पाकिस्तानी जेल में उन्हें ज्यादा जख्म ना दिया हो। यह मिलन बेहद भावुक था। बता दें कि मुंबई निवासी अंसारी कथित तौर पर ऑनलाइन दोस्त बनी लड़की से मिलने के लिए 2012 में अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान चला गया था।
फिल्मों से मिली थी विदेश जाकर प्यार ढूंढने की हिम्मत
बताया जा रहा है कि हिंदी फिल्मों को देखर हामिद को लगता था कि उसी की तरह वह भी ऐसा कर सकता है। हालांकि, यह बात साफ़ नहीं हो पाई है कि वह कोहाट की उस लड़की से मिल पाया या नहीं। हाल में आए मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हामिद जिस लड़की से मिलने के पाकिस्तान पहुंचा था अब उसकी शादी हो चुकी है। साल 2012 में उस लड़की की ऑनलाइन मित्रता हुई थी। हामिद की वह दोस्त पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कोहाट की रहने वाली है। खबरों की मानें तो जो पाकिस्तानी पत्रकार जीनत शहजादी ने उस लड़की से मुलाकात भी की थी। लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से उसकी पहचान जाहिर नहीं किया था।
फर्जी कागजात रखने में सजा
बता दें कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों एवं कोहाट की स्थानीय पुलिस द्वारा 2012 में हिरासत में लिए जाने के बाद से अंसारी लापता हो गया था और आखिरकार उसकी मां फौजिया अंसारी द्वारा दाखिल बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के जवाब में उच्च न्यायालय को सूचित किया गया कि वह पाकिस्तानी सेना की हिरासत में हैं। इसके साथ ही एक सैन्य अदालत में उसपर मुकदमा चलाया जा रहा है। इसके बाद फर्जी पाकिस्तानी पहचान पत्र रखने के मामले में तीन साल की सजा सुनाई थी। हामिद की तीन साल की सजा 15 दिसंबर, 2018 को पूरी हो गई थी लेकिन कानूनी दस्तावेज तैयार नहीं होने की वजह से वह भारत रवाना नहीं हो पा रहा था।