साल 2002 में हुए गुलबर्ग सोसाइटी नरसंहार मामले में अहमदाबाद अपराध शाखा की जांच (डीबीसी) टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। टीम ने साल लगभग 16 साल से फरार चल रहे आरोपी आशीष पांडे को गिरफ्तार कर लिया गया। पांडे को अपराध शाखा के अधिकारियों ने शहर के असलाली इलाके से गिरफ्तार किया। डीबीसी के अधिकारी अधिकारियों के अनुसार, मेघानी नगर पुलिस स्टेशन में जिन 60 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी उसमें आशीष पांडे का नाम भी शामिल था।
इंडियन एक्सप्रेस को पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पांडे गुलबर्ग सोसाइटी में हुए नरसंहार में शामिल भीड़ का हिस्सा थे। इस हत्याकांड में 69 मुस्लिमों की हत्या हुई थी, जिसमें कांग्रेस के पूर्व संसद सदस्य एहसान जाफरी भी शामिल थे।
अधिकारियों ने बताया कि पांडे उन पांच अभियुक्तों में शामिल था जो पिछले 16 सालों से फरार हैं। वह इस दौरान हरिद्वार सहित देश के विभिन्न शहरों में रहा है, जहां उसने ट्रांसपोर्ट में बिजनेस का काम किया।
पांडे को आज गुरुवार (11 जनवरी) को अदालत में पेश किया जाएगा। वहीं डीसीबी के अधिकारियों ने पांडे को सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंप दिया है, जो मामले की जांच करेगी।
आपको बता दें कि 27 फरवरी 2002 में गोधरा कांड के बाद उत्तेजित लोगों ने गुलबर्ग सोसायटी में तबाही मचाई थी, जिसमें कांग्रेस के पूर्व सांसद अहसान जाफरी सहित 69 लोगों की जान चली गई थी। अहमदाबाद शहर में हुए दंगे के बाद दंगाइयों ने गुलबर्ग सोसायटी पर हमला बोला था, जहां कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी अपने परिवार के साथ रहते थे। इस कांड में 39 लोगों के तो शव मिले भी, लेकिन बाकी तीस के शव तक नहीं मिले, जिन्हें सात साल बाद कानूनी परिभाषा के तहत मरा हुआ मान लिया गया था।