नई दिल्लीः गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। वह अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती थे।
केशुभाई पटेल के निधन पर स्टर्लिंग अस्पताल के एडमिनिस्ट्रेशन डॉ.अक्षय ने कहा कि केशुभाई जी को अचानक कार्डियक अरेस्ट आने के बाद अस्पताल में लाया गया था,यहां पर उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की गई लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और उन्हें सुबह 11:55 बजे मृत घोषित कर दिया गया। उन्हें कोरोना नहीं था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वह एक उत्कृष्ट नेता थे जिन्हें समाज के हर वर्ग की चिंता थी। केशुभाई पटेल ने मुझ सहित कई युवा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया, उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है।
पीएम ने कहा कि आज देश का, गुजरात की धरती का एक महान सपूत हम सब से बहुत दूर चला गया, श्रद्धेय केशुभाई पटेल जी के निधन की मैं कल्पना ही नहीं कर सकता हूं। मैं बहुत दुखी हूं, बहुत स्तब्ध हूं। केशुभाई का जाना मेरे लिए किसी पितातुल्य के जाने की तरह है।
केशुभाई विराट व्यक्तित्व के धनी थे, एक तरफ व्यवहार में सौम्यता और दूसरी तरफ फैसले लेने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति उनकी बहुत बड़ी खासियत थी। उन्होंने अपने जीवन का प्रतिपल समाज के लिए, समाज के हर वर्ग की सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। उनका हर कार्य गुजरात के विकास के लिए रहा
पीएम ने कहा कि हमारे प्यारे और सम्मानित केशुभाई का निधन हो गया है ... मैं बहुत दुखी और दुखी हूं। वह एक उत्कृष्ट नेता थे जिन्होंने समाज के हर वर्ग की देखभाल की। उनका जीवन गुजरात की प्रगति और हर गुजराती के सशक्तिकरण के लिए समर्पित था।
भाजपा को मजबूत करने के लिए गुजरात की लंबाई और चौड़ाई की यात्रा
केशुभाई ने जनसंघ और भाजपा को मजबूत करने के लिए गुजरात की लंबाई और चौड़ाई की यात्रा की। उन्होंने आपातकाल के दांत और नाखून का विरोध किया। किसान कल्याण के मुद्दे उनके दिल के सबसे करीब थे। विधायक, सांसद, मंत्री या सीएम के रूप में रहें, उन्होंने सुनिश्चित किया कि कई किसान हितैषी उपाय पारित किए गए हैं।
केशुभाई ने मेरे सहित कई छोटे कार्याकर्त्ताओं का उल्लेख किया और उन्हें तैयार किया। सभी को उसका मिलनसार स्वभाव पसंद था। उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है। हम सभी आज शोक मना रहे हैं। मेरे विचार उनके परिवार और शुभचिंतकों के साथ हैं। अपने बेटे भरत से बात की और संवेदना व्यक्त की। शांति।
उन्होंने कहा कि केशुभाई ने उनके जैसे कई युवा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया और उन्हें तैयार किया। मोदी ने कहा, ‘‘उनके मिलनसार व्यवहार के चलते हर कोई उनसे प्यार करता था। उनका निधन अपूरणीय क्षति है। हम सब आज शोक में हैं। उनके परिजनों और उनके चाहने वालों के साथ मेरी संवदेनाएं हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा और जन संघ को मजबूत करने के लिए केशुभाई ने पूरे गुजरात का भ्रमण किया और उन्होंने आपातकाल का पुरजोर विरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘किसानों के मुद्दे उनके दिल के बेहद करीब थे।
लंबे समय से बीमार थे
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का बृहस्पतिवार को यहां निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी। पटेल 92 वर्ष के थे। वह 1995 और फिर 1998 से 2001 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री रहे। उनके बाद नरेन्द्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।
पटेल छह बार गुजरात विधानसभा के सदस्य रहे। साल 2012 में भाजपा छोड़ने के बाद उन्होंने‘गुजरात परिवर्तन पार्टी’ बनाई, जिसने 2012 में राज्य के विधानसभा चुनाव में बेहद खराब प्रदर्शन किया। इसके बाद 2014 में उन्होंने अपनी पार्टी का भाजपा में विलय कर दिया।
जूनागढ़ जिले के विसावदर शहर में 1928 में जन्मे पटेल 1945 में बतौर प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हुए। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बतौर जन संघ कार्यकर्ता के तौर पर की थी।