इंदौर की कंपनी पर GST और आयकर अधिकारियों ने मारे छापे, पकड़ी गई कर चोरी
By भाषा | Published: July 4, 2019 05:51 AM2019-07-04T05:51:41+5:302019-07-04T05:51:41+5:30
एक सूचना के आधार पर जीएसटी अधिकारियों ने 26 जून को इस कंपनी के परिसरों पर छापेमारी की। सूत्रों ने कहा कि यह एक जाली कंपनी है जिसे मुख्य रूप से फर्जी चालान या बीजक जारी करने और धोखाधड़ी से इनपुट कर क्रेडिट देने के लिए शुरू किया गया। यह कंपनी बिना चालान जारी किए विभिन्न आकार के पेपर बेचती है।
जीएसटी और आयकर अधिकारियों ने इंदौर की कंपनी पेपर ट्रेड लिंक्स प्राइवेट लि. पर संयुक्त रूप से छापेमारी की। इस दौरान 1.25 करोड़ रुपये की जीएसटी की चोरी पकड़ में आई। साथ ही पिछले कुछ माह के दौरान कंपनी द्वारा बैंक खातों में 30 करोड़ रुपये नकद जमा कराने का भी पता चला है। सूत्रों ने बताया, एक सूचना के आधार पर जीएसटी अधिकारियों ने 26 जून को इस कंपनी के परिसरों पर छापेमारी की।
सूत्रों ने कहा कि यह एक जाली कंपनी है जिसे मुख्य रूप से फर्जी चालान या बीजक जारी करने और धोखाधड़ी से इनपुट कर क्रेडिट देने के लिए शुरू किया गया। यह कंपनी बिना चालान जारी किए विभिन्न आकार के पेपर बेचती है।
साथ ही यह आपूर्ति पर जीएसटी का भुगतान भी नहीं करती है। तलाशी अभियान के दौरान कर अधिकारियों को कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले। इसमें कंपनी द्वारा रखा गया एक समानान्तर रिकार्ड और बिना कर चालान के आपूर्ति चालान शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के दौरान कंपनी ने कर चोरी की बात स्वीकार की। जीएसटी अधिकारियों को जांच के दौरान 1.09 करोड़ रुपये नकद मिले और उन्होंने इसकी जानकारी आयकर अधिकारियों को दी। जांच के दौरान आयकर अधिकारियों ने पाया कि कंपनी ने पिछले कुछ माह के दौरान बैंक खातों में 30 करोड़ रुपये जमा कराए हैं। अब कंपनी के पिछले वर्षों के आयकर रिटर्न की भी जांच की जा रही है।