कर्नाटक में नई सरकार का शपथ ग्रहण 18 मई को होगा, मुख्यमंत्री का नाम अभी तक तय नहीं
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 14, 2023 06:31 PM2023-05-14T18:31:43+5:302023-05-14T18:33:03+5:30
कर्नाटक में नई सरकार का शपथ ग्रहण 18 मई को होगा। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि शपथ ग्रहण समारोह में सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल होंगे। साथ ही शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। साथ ही समान विचारधारा वाले दलों को निमंत्रण भेजा जाएगा।
बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है। राज्य की कुल 224 विधानसभा सीट में से कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत दर्ज की है। लेकिन कांग्रेस के लिए अब नई मुसीबत है राज्य के नए मुख्यमंत्री को बिना किसी अंदरूनी टकराव के चुनना। डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच कर्नाटक में कांग्रेस का सीएम कौन होगा? इस पेचीदा सवाल को लेकर रविवार शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस बात का फैसला करेंगे।
हालांकि इससे पहले ही ये जानकारी सामने आई है कि राज्य में नई सरकार का शपथ ग्रहण 18 मई को होगा। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि शपथ ग्रहण समारोह में सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल होंगे। साथ ही शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। साथ ही समान विचारधारा वाले दलों को निमंत्रण भेजा जाएगा।
कांग्रेस महासचिव सुशील कुमार शिंदे, दीपक बाबरिया और जितेंद्र सिंह अलवर को कर्नाटक सीएलपी बैठक के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया दोनों शीर्ष पद के लिए अपनी आकांक्षाओं के बारे में मुखर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे पर कहा है कि हमारे समीक्षक बेंगलुरु गए हैं, वे शाम में वहां पहुंचेंगे। इसके बाद कांग्रेस विधायक दल (CLP) की मीटिंग होगी। बैठक के बाद आलाकमान निर्णय लेगा। विधायक दल की बैठक से पहले डीके शिवकुमार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच मुलाकात भी हुई। हालांकि इस मुलाकात के बारे में मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और विधायक प्रियांक खरगे ने कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी और यह कोई राजनीतिक बैठक नहीं थी।
इस बीच डीके शिवकुमार का एक बयान आया है। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “कुछ लोग कहते हैं कि सिद्धारमैया के साथ मेरे मतभेद हैं लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। मैंने कई बार पार्टी के लिए कुर्बानी दी है और सिद्धारमैया जी के साथ खड़ा हुआ हूं। मैंने सिद्धारमैया को सहयोग दिया है।” शिवकुमार के इस बयान को एक संकेत भी माना जा रहा है। पार्टी के लिए कुर्बानी की बात करके उन्होंने साफ कर दिया है कि अब उनकी समय आ गया है।