कोवैक्सीन को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने, सरकार ने किया कोवैक्सीन नहीं भेजने का अनुरोध
By भाषा | Updated: February 10, 2021 23:09 IST2021-02-10T23:09:22+5:302021-02-10T23:09:22+5:30

कोवैक्सीन को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने, सरकार ने किया कोवैक्सीन नहीं भेजने का अनुरोध
रायपुर, 10 फरवरी छत्तीसगढ़ में कोविड-19 रोधी कोवैक्सीन टीके को लेकर राज्य सरकार और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से कोवैक्सीन टीका नहीं भेजने का अनुरोध किया है, वहीं भाजपा ने राज्य सरकार पर इस मामले में अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बुधवार को बताया कि उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन को पत्र लिखकर कोवैक्सीन टीका नहीं भेजने अनुरोध किया है।
सिंहदेव ने कहा कि कोवैक्सीन का तीसरे चरण का परीक्षण अभी पूरा नहीं हुआ है। कोवैक्सीन टीके के साथ एक सहमति पत्र भी भेजा गया है, जिसे कोवैक्सीन लगना है, उसे यह सहमति पत्र भरना होगा। इस सहमति पत्र में यह भी लिखा गया है कि कोवैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण किया जा रहा है। यदि कंपनी टीके का परीक्षण कर रही है तब उन्हें इसके लिए स्वयंसेवी ढूंढना होगा। ऐसे में यह काम सरकार कैसे करेगी? यह काम कंपनी का है।
मंत्री ने कहा कि वह पहले ही कह चुके हैं कि जब कोवैक्सीन टीके का तीसरे चरण का परीक्षण पूरा होगा और परिणाम सामने होगा तब उसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ में कोविड-19 टीकाकरण अभियान से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 2.74 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों और अधिकारियों को पहले चरण के टीकाकरण में शामिल किया गया है। इनमें से 66 फीसदी से अधिक कर्मचारियों और अधिकारियों का टीकाकरण किया जा चुका है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य को कोविशील्ड का लगभग 5.55 लाख डोज (खुराक) प्राप्त हुआ है, वहीं कोवैक्सीन का 70 हजार से अधिक डोज आ चुका है। कोवैक्सीन के इस्तेमाल के लिए अभी राज्य शासन से निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। निर्देश प्राप्त होने के बाद कोवैक्सीन टीके का इस्तेमाल किया जाएगा।
इधर राज्य में कोवैक्सीन टीके का इस्तेमाल नहीं करने पर राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने स्वास्थ्य मंत्री पर इस मामले में अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा है कि जिस कोवैक्सीन के लिए दुनियाभर के देश भारत से विश्वास पूर्वक आग्रह कर रहे हैं, सत्ता के अहंकार में चूर प्रदेश सरकार और उसके स्वास्थ्य मंत्री उसे लेकर अपने राजनीतिक दुराग्रह का प्रदर्शन कर रहे हैं।
चंद्राकर ने कहा कि तमाम वैज्ञानिक और औषधीय परीक्षणों के बाद भारत ने कोरोना को मात देने के लिए इनका प्रयोग शुरू किया है, उसे लेकर राज्य सरकार और उसके स्वास्थ्य मंत्री का झूठा भ्रम फैलाने वाला अड़ियल रवैया अक्षम्य है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।