नई दिल्ली, 24 जुलाईः देश में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाओं के चलते हर कोई सकते में है और राजनीति में भूचाल आया हुआ है। इस दौरान नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री अश्विनी चौबे का अजीबो-गरीब बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है गौ रक्षक कभी हिंसक नहीं हो सकते हैं। वे शांति के पुजारी होते है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है, 'गौरक्षक कभी भी हिंसक नहीं हो सकते हैं। इस समाज में एक दो लोग हैं जो हिंसा करते हैं। जो सही में गौ रक्षक है वो शांति का पुजारी होता है।'
इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार के मॉब लिंचिंग को लेकर बयान दिया था कि अगर लोग बीफ खाना बंद कर दें तो देश में मॉब लिंचिंग रुक जाएगी। इंद्रेश कुमार ने ये बात तब कही जब उनसे राजस्थान के अलवर में गोतस्करी के आरोप में हुई रकबर खान की हत्या पर सवाल पूछा गया। उन्होंने कहा था कि मॉब लिंचिंग का स्वागत बिल्कुल नहीं किया जा सकता है। लेकिन फिर भी अगर लोग गाय का मीट खाना बंद कर दें तो ये घटनाएं खुद रूक जाएंगी।
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वहीं, राजस्थान के मंत्री जसवंत सिंह ने कहा कि मुस्लिमों से अपील करें की वह हिन्दुओं की भावना को समझ गायों की तस्करी को रोकें। उन्हें यह रोकना होगा। जहां तक इससे मौत का सवाल है तो मैं उसके लिए शोक व्यक्त करता हूं। और साथ ही उन लोगों के खिलाफ खड़ा हूं जो कानून को अपने हाथ में लेते हैं।
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बता दें, राजस्थान के अलवर में रकबर खान उर्फ अकबर खान नाम के शख्स की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने की घटना की गूंज मंगलवार को संसद में भी सुनाई दी। अलवर कांड का मुद्दा उठाते हुए विपक्ष ने सरकार से इसे रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की। कांग्रेस ने मॉब लिन्चिंग की घटनाओं की सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से जांच की मांग की। जिसका जवाब देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार इस तरह की घटनाओं को लेकर गंभीर है और इसे रोकने के लिए अगर नए कानून की जरूरत हुई तो सरकार वह भी करेगी।