'कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में, कूड़ा मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक', नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने पर लालू यादव की बेटी रोहिणी का ट्वीट
By रुस्तम राणा | Published: January 28, 2024 04:03 PM2024-01-28T16:03:56+5:302024-01-28T16:17:11+5:30
नीतीश कुमार ने आज यह कहते हुए बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया कि 18 महीने से भी कम समय पहले वह जिस महागठबंधन और विपक्षी गुट इंडिया में शामिल हुए थे, उसमें उनके लिए "चीजें अच्छी तरह से काम नहीं कर रही थीं।"
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार पर स्पष्ट रूप से निशाना साधते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने रविवार को कहा कि कचरा कूड़ेदान में चला गया है। कुमार ने यह कहते हुए बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया कि 18 महीने से भी कम समय पहले वह जिस महागठबंधन और विपक्षी गुट इंडिया में शामिल हुए थे, उसमें उनके लिए "चीजें अच्छी तरह से काम नहीं कर रही थीं।"
आचार्य ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में, कूड़ा मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक!" इससे पहले गुरुवार को भी उन्होंने विवादित टिप्पणी पोस्ट की थी और बाद में डिलीट कर दिया था। बाद में, राजद ने दावा किया था कि आचार्य के सोशल मीडिया पोस्ट का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे, न कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार।
कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) January 28, 2024
कूड़ा - मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक pic.twitter.com/gQvablD7fC
राम नाम सत्य है .. https://t.co/fgi9Adkfih
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) January 28, 2024
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) January 28, 2024
वहीं तेज प्रताप यादव ने भी ट्वीट के जरिए नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। अपनी पोस्ट में तेज प्रताप यादव ने लिखा, “गिरगिट” तो बस यूँ ही बदनाम है..! रंग बदलने की रफ़्तार से तो पलटिस कुमार को भी “गिरगिट रत्न“ से सम्मानित करना चाहिए।
“गिरगिट” तो बस यूँ ही बदनाम है..! रंग बदलने की रफ़्तार से तो पलटिस कुमार को भी “गिरगिट रत्न“ से सम्मानित करना चाहिए।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) January 28, 2024
हटाए गए पोस्ट के स्क्रीनशॉट हिंदी में सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। इनमें से एक में कहा गया था, "वे, जो वैचारिक रूप से भटके हुए हैं, समाजवाद के चैंपियन होने का दावा करते हैं।" इसे राजद के सहयोगी बिहार के मुख्यमंत्री पर अप्रत्यक्ष हमला माना गया, जिन्होंने एक दिन पहले "वंशवाद की राजनीति" की निंदा की थी।