'दमन-आतंकित करने का खेल जारी...बीजेपी की टेढ़ी नजर है', यूपी में मदरसों के सर्वे पर बोलीं मायावती
By आजाद खान | Published: September 9, 2022 01:25 PM2022-09-09T13:25:12+5:302022-09-09T14:09:48+5:30
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा को सबसे पहले सरकारी अनुदान प्राप्त मदरसों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इन मदरसों के खस्ता हालत को सुधारने के लिए राज्य सरकार द्वारा जरूरी कदम भी उठाना चाहिए।
लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने मदरसों के सर्वे को लेकर योगी सरकार (Yogi Adityanath) पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि सरकार द्वारा कौम के चन्दे पर चलने वाले निजी मदरसों पर हस्तक्षेप करना सही नहीं है।
मायावती ने यह भी कहा कि इन मदरसों के बजाय सरकार को उन मदरसों पर ज्यादा ध्यान ज्यादा देना चाहिए जो सरकारी अनुदान से चल रहे है। उन्होंने मदरसों की खस्ता हालत को सुधारने के लिए सरकार को ध्यान देने की भी बात कही है।
मायावती ने क्या कहा
यूपी में निजी मदरसों के सर्वे को लेकर मायावती ने सरकार की जमकर आलोचना की है। इस पर बोलते हुए उन्होंने दो ट्वीट कि्ए है। मायावती ने कहा, "मुस्लिम समाज के शोषित, उपेक्षित व दंगा-पीड़ित होने आदि की शिकायत कांग्रेस के ज़माने में आम रही है, फिर भी बीजेपी द्वारा ’तुष्टीकरण’ के नाम पर संकीर्ण राजनीति करके सत्ता में आ जाने के बाद अब इनके दमन व अतंकित करने (Muslim Teasing) का खेल अनवरत जारी है, जो अति-दुःखद व निन्दनीय है।"
2. इसी क्रम में अब यूपी में मदरसों पर भाजपा सरकार की टेढ़ी नजर है। मदरसा सर्वे के नाम पर कौम के चन्दे पर चलने वाले निजी मदरसों में भी हस्तक्षेप का प्रयास अनुचित जबकि सरकारी अनुदान से चलने वाले मदरसों व सरकारी स्कूलों की बदतर हालत को सुधारने पर सरकार को ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
— Mayawati (@Mayawati) September 9, 2022
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा, "इसी क्रम में अब यूपी में मदरसों पर भाजपा सरकार की टेढ़ी नजर है। मदरसा सर्वे के नाम पर कौम के चन्दे पर चलने वाले निजी मदरसों में भी हस्तक्षेप का प्रयास अनुचित जबकि सरकारी अनुदान से चलने वाले मदरसों व सरकारी स्कूलों की बदतर हालत को सुधारने पर सरकार को ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।"
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि यूपी सरकार ने सभी गैर सरकारी मदरसों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर एक सर्वे कराने का निर्देश दिया है। इस सर्वे में मदरसों में किस तरीके से पढ़ाई हो रही है और वहां क्या-क्या सुविधाएं मिल रही है, सभी की रिपोर्ट तैयार करने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
इसके लिए एक ठीम का गठन किया गया है जिसमें एसडीएम, बीएसए और जिला अल्पसंख्यक अधिकारी भी शामिल होगे। गौरतलब है कि रिपोर्ट के तैयार होने के बाद इसे प्रशासन को सौंपा जाएगा।