राजस्थान: चुनौतियों पर पार पाते हुए तीन माह में दिखाना होगा गहलोत-पायलट की जोड़ी को कमाल
By धीरेंद्र जैन | Published: December 15, 2018 11:41 PM2018-12-15T23:41:30+5:302018-12-15T23:41:30+5:30
राजस्थान के जननायक और मारवाड के गांधी के नाम से चर्चित अशोक गहलोत तीसरी बार प्रदेश की कमाने संभालने जा रहे हैं।
राजस्थान के जननायक और मारवाड के गांधी के नाम से चर्चित अशोक गहलोत तीसरी बार प्रदेश की कमाने संभालने जा रहे हैं। उनके साथ इस बार युवा एवं ऊर्जावान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट भी उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
गहलोत एवं सचिन की जोड़ी के समक्ष दिसम्बर के कई चुनौतियां सामने होंगी। किसानों को 10 दिन में कर्ज माफी का फामूला और उसे अमली जामा पहनाना सहज नहीं होगा। वहीं लोकसभा चुनावों से पहले बेरोजगारी, बाडमेर रिफाइनरी, मेट्रो फेज -2 प्रोजेक्ट, महिला सुरक्षा सहित राज्य कर्मचारियों को संतुष्ट करने का काम कांटे से भरा है। अब इस कांटों भरे ताज पर एक लम्बा और जादुई अनुभव और युवा एवं जोशीला साथ इसे हल करने में किस तरह का कमाल दिखाता है यह कुछ माह में सबके सामने आ जाएगा।
अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री के रूप में सामने आने के बाद अब मंत्रिमंडल की सूरत भी तैयार होने लगी है। इनमें वो चेहरे खास माने जा रहे हैं जो अशोक गहलोत के खासे निकट माने जाते हैं। वहीं युवा जोश को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना तय है।
मुख्य विभाग अनुभव को वरीयता देते हुए वरिष्ठ नेताआंे को ही सौंपे जाने की पूर्ण संभावना है। सी.पी.जोशी, महेश जोशी लालचन्द कटारिया, रघु शर्मा, दीपेन्द्र सिंह शेखावत आदि के नामों के साथ ही बी. डी. कल्ला और शकुन्तला रावत, हरीश चैधरी आदि का नाम भी मंत्री पर के लिए चर्चा में है।