‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की
By रुस्तम राणा | Updated: December 5, 2025 15:27 IST2025-12-05T15:27:40+5:302025-12-05T15:27:40+5:30
23वें भारत-रूस सालाना समिट के बाद, पीएम मोदी ने कहा कि भारत की प्राथमिकता रूस के साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाना है। समिट के बाद जारी एक जॉइंट स्टेटमेंट में पीएम मोदी ने कहा, "हम 2030 तक एक आर्थिक सहयोग प्रोग्राम पर सहमत हुए हैं।"

‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ समिट बातचीत की। राष्ट्रपति पुतिन चार साल में अपने पहले दो दिन के भारत दौरे पर हैं। फरवरी 2022 में यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से पुतिन का यह पहला भारत दौरा है। पुतिन पिछली बार दिसंबर 2021 में सालाना समिट के लिए आए थे।
23वें भारत-रूस सालाना समिट के बाद, पीएम मोदी ने कहा कि भारत की प्राथमिकता रूस के साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाना है। समिट के बाद जारी एक जॉइंट स्टेटमेंट में पीएम मोदी ने कहा, "हम 2030 तक एक आर्थिक सहयोग प्रोग्राम पर सहमत हुए हैं।"
समिट के बाद PM मोदी ने ये कहा
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 8 दशकों में दुनिया ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। उन्होंने कहा, “इंसानियत को कई चुनौतियों और संकटों से गुज़रना पड़ा है। और इन सबके बीच, भारत-रूस की दोस्ती एक पोल स्टार की तरह मज़बूत बनी हुई है,” उन्होंने आगे कहा कि भारत और रूस यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के साथ FTA को जल्द से जल्द पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “भारत ने शुरू से ही यूक्रेन मुद्दे पर शांति की वकालत की है। हम इस मामले के शांतिपूर्ण और पक्के समाधान के लिए की जा रही सभी कोशिशों का स्वागत करते हैं। भारत हमेशा अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और भविष्य में भी रहेगा...”
प्रधानमंत्री ने कहा,“...एनर्जी सिक्योरिटी भारत-रूस पार्टनरशिप का एक मज़बूत और ज़रूरी पिलर रहा है। सिविल न्यूक्लियर एनर्जी में हमारा दशकों पुराना सहयोग हमारी साझा क्लीन एनर्जी प्रायोरिटीज़ को पूरा करने में बहुत ज़रूरी रहा है। हम इस विन-विन सहयोग को जारी रखेंगे। दुनिया भर में सुरक्षित और डायवर्सिफाइड सप्लाई चेन पक्का करने के लिए ज़रूरी मिनरल्स में हमारा सहयोग बहुत ज़रूरी है। यह क्लीन एनर्जी, हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग और नए ज़माने की इंडस्ट्रीज़ में हमारी पार्टनरशिप को मज़बूत सपोर्ट देगा।”
पीएम ने अपने संबोधन में बताया, “शिपबिल्डिंग में हमारे गहरे सहयोग से मेक इन इंडिया को मज़बूत करने की क्षमता है। यह हमारे विन-विन सहयोग का एक और बेहतरीन उदाहरण है, जिससे नौकरियां, स्किल्स और रीजनल कनेक्टिविटी बढ़ेगी।”
PM मोदी ने कहा कि भारत और रूस लंबे समय से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उन्होंने कहा, “चाहे पहलगाम में आतंकवादी हमला हो या क्रोकस सिटी हॉल पर कायरतापूर्ण हमला, इन सभी घटनाओं की जड़ एक ही है। भारत का पक्का मानना है कि आतंकवाद इंसानियत के मूल्यों पर सीधा हमला है और इसके खिलाफ दुनिया की एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत और रूस के बीच UN, G20, BRICS और SCO समेत कई इंटरनेशनल फोरम में करीबी सहयोग है। “हम इन सभी फोरम में अपनी बातचीत और सहयोग जारी रखेंगे।” उन्होंने कहा, "हम बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए फ्यूल की बिना रुकावट शिपमेंट जारी रखने के लिए तैयार हैं..."
प्रेसिडेंट पुतिन ने क्या कहा?
रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन ने भारत की प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू, भारत के प्राइम मिनिस्टर और हमारे सभी भारतीय साथियों को रशियन डेलीगेशन के गर्मजोशी और मेहमाननवाज़ी भरे स्वागत के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "मैं कल अपने घर पर डिनर के लिए PM मोदी को धन्यवाद देता हूं।" पुतिन ने कहा, "हम बढ़ती भारतीय इकॉनमी के लिए फ्यूल की बिना रुकावट शिपमेंट जारी रखने के लिए तैयार हैं..."