लाइव न्यूज़ :

चार साल मोदी सरकार: विपक्ष ने 'दलित विरोधी' 'सूट-बूट वाली सरकार' को दी ये पांच उपाधि

By कोमल बड़ोदेकर | Updated: May 28, 2018 00:32 IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते शनिवार यानी 26 मई को अपने चार साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। इन चार सालों में मोदी सरकार को विपक्ष ने कई बार घेरा। इस दौरान मोदी की विदेश यात्राओं को उनके भाषणों और उनके काम करने के तौर तरीकों पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्हें कई नए नामों से संबोधित किया।

Open in App

नई दिल्ली, 27 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते शनिवार यानी 26 मई को अपने चार साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। इन चार सालों में मोदी सरकार को विपक्ष ने कई बार घेरा। इस दौरान मोदी की विदेश यात्राओं को उनके भाषणों और उनके काम करने के तौर तरीकों पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्हें कई नए नामों से संबोधित किया। चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में हमारी विशेष कवरेज के दौरान हम आपको आज बता रहे हैं मोदी सरकार को विपक्ष द्वारा मिले कुछ ऐसे ही नामों के बारे में। इनमें शामिल है सूट-बूट की सरकार, जुमलों की सरकार, उद्योगपतियों की सरकार, दलित विरोधी सरकार, मुस्लिम विरोधी सरकार आदि।

1) सूट-बूट की सरकारसाल 2015 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी द्वारा पहना गया नीले रंग का सूट काफी चर्चा में रहा था। विरोधियों ने इस सूट की कीमत 10 लाख रुपये तक बताई थी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी विपक्ष के भी जमकर निशाने पर रहे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें सूट-बूट की सरकार करार दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहने गए इस कढ़ाईदार सूट को 'नीलामी में सबसे महंगा बिकने वाले सूट के तौर पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली थी। इस सूट को सूरत के हीरा व्यापारी लालजी पटेल ने 4.31 करोड़ रुपये में खरीदा था।

यह भी पढ़ें: 'दिल्ली' की कुर्सी पर काबिज रहना नहीं आसान, कई बार दर्द बयां कर रो पड़े पीएम मोदी 

 2) जुमलों की सरकारसाल 2014 में विकास के तमाम बड़े-बड़े दावे कर सत्ता में आई मोदी सरकार को विपक्ष उस समय जुमलों की सरकार बताया जब साल 2015 में किसान आंदोलन के दौरान प्रधानमंत्री अपने रेडियो प्रोग्राम 'मन की बात' के दौरान देश को संबोधित कर रहे थे। इस बात पर कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्हें जुमलों की सरकार कहा था। वहीं दिसंबर 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र पर तीखा व्यंग करते कहा था, ‘जुमलों की बेवफाई मार गई.. नोटबंदी की लुटाई मार गई.. GST सारी कमाई मार गई..बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई.. बढ़ते दामों से जीना दुश्वार.. बस अमीरों की होगी भाजपा सरकार?

यह भी पढ़ें: चार साल मोदी सरकार: स्मृति ईरानी सहित ये पांच मंत्री नहीं दे पाए 'अच्छे दिन', साबित हुए 'फिसड्डी'

3) असहिष्णु सरकारबीते साल 31 अक्टूबर 2017 में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को असहिष्णु बताते हुए जमकर हमला बोला था। इस दौरान सोनिया ने कहा कि, लोगों पर भारतीयता के प्रति भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण थोपा जा रहा है और देश की विरासत आज उन हाथों में है जो इतिहास का पुनर्लेखन झूठ फैलाने और अवैज्ञानिक विचारों को हम पर थोपने पर उतारू हैं। हांलाकि असहिष्णुता का मुद्दा साल 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जमकर उछला था। इस दौरान असहिष्णुता के मामले मोदी सरकार के खिलाफ देश भर में गुस्सा देखा गया था जिसके चलते उसे बिहार विधानसभा चुनाव खराब परिणाम मिले थे।

यह भी पढ़ें: मोदी सरकार के पास नहीं हैं नौकरियां, आंकड़े गवाह हैं NDA सरकार में युवा जॉबलेस 

4) दलित विरोधी सरकारसाल 2015-16 में दलितों पर होने वाले अत्याचारों के चलते मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर रही। इस दौरान कथित तौर पर गौरक्षकों द्वारा ऊना में दलितों की पहले बुरी तरह पिटाई की गई और इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। ये मामला राष्ट्रीय मुद्दा बनकर उभरा। खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ऊना दलित पीड़ितों से मिलने ऊना पहुंचे थे और उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए उन्हें दलित विरोधी सरकार बताया था।

यह भी पढ़ें: महिलाओं को कितनी सुरक्षा दे पाई मोदी सरकार, ये रहा चार साल का कच्चा‌ चिट्ठा

5) मुस्लिम विरोधी सरकारसाल 2015 में बीफ रखने के मामले में कुछ गौरक्षकों द्वारा दादरी के रहने वाले अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। ये मामला यहीं नहीं रुका इसके बाद देश भर से साल 2016 और साल 2017 में ऐसे वीडियो सामने आए जिन्हें बीफ के मामले बुरी तरह से पीटा गया हो। इस दौरान विपक्ष ने सरकार की जमकर आलोचना की और मोदी सरकार को मुस्लिम विरोधी सरकार करार दिया।   

टॅग्स :एनडीए सरकारनरेंद्र मोदीनेता विपक्षभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)कांग्रेसराहुल गाँधी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

कारोबारIndiGo Crisis: 7 दिसंबर रात 8 बजे तक सभी यात्रियों को तत्काल पैसा वापस करो?, मोदी सरकार ने दिया आदेश, छूटे हुए सभी सामान अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचाओ

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा