रायपुर: छ्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चंद्रयान-3 मिशन के लिए भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए इसका श्रेय देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को दिया है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भारत आज जिस कामयाबी को दुनिया के पटल पर लिखने जा रहा है, उसकी पहली इबारत पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उस वक्त लिखी थी, जब देश नई-नई मिली आजादी की अंगड़ाई भर रहा था।
भूपेश बघेल ने कहा, "यह देश के साथ-साथ हमारे वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है। जो आधारशिला देश के पहले प्रधानमंत्री पंडिच नेहरू ने रखी थी, आज उसी के बल पर हम अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी सफलता का नया कीर्तिमान बनाने जा रहे हैं। इसके नींव का पत्थर तो नेहरू जी ने ही रखा था, जिस कारण आज दुनिया में हमारा डंका बजा रहा है। हमारे वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।"
भारता चंद्रयान -3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर इतिहास रचने की तैयारी में है। बुधवार शाम 6.04 बजे चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के स्पर्श करेगा।
14 जुलाई 2023 को इसरो द्वारा लॉन्च किया गया चंद्रयान-3 मिशन अब चंद्रमा पर कदम रखने के बेहद करीब है। मून मिशन चंद्रयान-3 के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के लिए न सिर्फ भारत में बल्कि दुनियाभर में अलग-अलग धर्मों से संबद्ध लोग प्रार्थनाएं कर रहे हैं।
चंद्रयान-3 की सफलता को लेकर सारी धार्मिक सीमाएं टूट चुकी हैं। हिंदू-मुस्लिम तथा अन्य धर्मों से जुड़े लोग प्रार्थनाएं कर रहे हैं, वे धार्मिक अनुष्ठान कर रहे हैं और विविध अनुष्ठानों में शामिल हो रहे हैं। देश के सभी कोनों से लोग सामूहिक रूप से उत्सुकता से अपनी सांसें रोक रहे हैं।
लैंडिंग ऑपरेशन का सीधा प्रसारण बुधवार शाम 5:20 बजे भारतीय समयानुसार शुरू होगा। लैंडिंग की लाइव गतिविधियां इसरो की वेबसाइट, इसके यूट्यूब चैनल, फेसबुक और सार्वजनिक प्रसारक डीडी नेशनल टीवी पर शाम 5:27 बजे से होंगे।
भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश होगा, लेकिन इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भी दुनिया का एकमात्र देश होगा।