पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दावा-यूपीए सरकार में भी थी सेना को पूरी छूट, कई बार की थी सर्जिकल स्ट्राइक

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 2, 2019 10:41 IST2019-05-02T10:26:29+5:302019-05-02T10:41:14+5:30

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के कार्यकाल में भी बाहरी खतरों से निपटने के लिए सेना को खुली छूट थी।

former Prime Minister Manmohan Singh claim Many surgical strikes during UPA’s tenure | पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दावा-यूपीए सरकार में भी थी सेना को पूरी छूट, कई बार की थी सर्जिकल स्ट्राइक

पुलवामा हमले को लेकर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधा।

Highlightsमनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।पूर्व पीएम का कहना है कि पुलवामा हमला गंभीर विफलता है।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दावा किया है कि यूपीए सरकार में कई बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी। अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में  पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के कार्यकाल में भी बाहरी खतरों से निपटने के लिए सेना को खुली छूट थी।

पुलवामा हमले को पूर्व पीएम सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,  "सबसे सुरक्षित राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। यह गंभीर खुफिया और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर विफलता है। तब जब यह सामने आया कि सीआरपीएफ और बीएसएफ सैनिकों को एयरलिफ्ट करने के लिए अनुरोध कर रहे थे लेकिन केंद्र सरकार ने इससे इनकार कर दिया। सरकार ने इस दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस से एक आईईडी हमले के बारे में ठोस खुफिया सूचनाओं को भी नजरअंदाज कर दिया, इसके अलावा एक आतंकवादी संगठन की वीडियो चेतावनी पर भी आंखें मूंदे रखी।"

मुंबई हमले से जुड़े एक सवाल पर सिंह ने कहा, मुंबई हमले के 14 दिनों के भीतर हाफिज सईद को वैश्विक आतंकी घोषित कराया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मुंबई हमलों में शामिल लश्कर के शीर्ष सदस्यों को भी आतंकवादियों के रूप में प्रतिबंध सूची में डाल दिया। इसने आज लश्कर को निष्प्रभावी बना दिया है। 

बता दें कि पाकिस्तान में सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को आखिरकार बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया। अजहर का आतंकवादी समूह 2000 में अस्तित्व में आया था। उसने भारत में पुलवामा आतंकवादी हमले सहित कई आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर किए हमले की जिम्मेदारी भी जैश ने ली थी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।

Web Title: former Prime Minister Manmohan Singh claim Many surgical strikes during UPA’s tenure