दिग्विजय सिंह ने किया शिवराज सिंह चौहान पर पलटवार, बोले- 'उन्होंने सिंधिया परिवार को मुख्यमंत्री रहते हुए गद्दार की श्रेणी में डाला था'
By मुकेश मिश्रा | Updated: April 23, 2023 14:53 IST2023-04-23T14:33:40+5:302023-04-23T14:53:37+5:30
मध्य प्रदेश में चुनाव के नजदीक आते ही सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर पलटवार करते हुए कहा है कि उन्होंने मुझे देशद्रोही कहा था। हमने उन्हीं से सीखा है।

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (फाइल फोटो)
मालवा: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर अपने शब्द बाण से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला किया है । गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में कांग्रेस के अंदर छोटे-पन की होड़ को लेकर बयान दिया था जिस पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमने उन्हीं से सीखा है जब उन्होंने मुझे देशद्रोही कहा था।
दिग्विजय सिंह ने चौहान को यह भी याद दिलाया कि वह अपने भाषण सुन ले जिसमें उन्होंने सिंधिया परिवार को मुख्यमंत्री रहते हुए गद्दार की श्रेणी में डाला था। दिग्विजय यही नहीं रुके विधानसभा चुनाव में इशारों- इशारों में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिए बगैर ही एक बार फिर उन पर कटाक्ष किए करते हुए कहा कि कोई गरीब विधायक नहीं बिका, अनुसूचित जाति जनजाति का विधायक नहीं बिका जो खाए पिए थे वही ज्यादा बिके हैं। कांग्रेस पार्टी इस बार ठोक बजाकर टिकट वितरण करेगी । बगावत करने वालों में से कोई वापस पार्टी में आता है तो टिकट वितरण में उनका में विरोध करूंगा।
बता दें कि मध्य प्रदेश में चुनाव के नजदीक आते ही सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा था कि हे महाकाल, सिंधिया जैसा नेता कांग्रेस में अब पैदा मत करना। इस पर खुद सिंधिया ने पलटवार किया और कहा कि हे प्रभु महाकाल, कृपया दिग्विजय सिंह जी जैसे देश-विरोधी और मध्य प्रदेश के बँटाधार, भारत में पैदा ना हों।
दोनों नेताओं के बीच चल रहे जुबानी जंग को आगे बढ़ाते हुए मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया भी विवाद में कूद पड़े और कहा, "हे तीनों लोगों के स्वामी महाकाल प्रभु, दिग्विजय सिंह जी जैसे व्यक्ति को जिसने कांग्रेस का पूरा बंटाधार कर दिया, मध्यप्रदेश का बंटाधार कर दिया। प्रभु से मेरी यही कामना है कि दिग्विजय सिंह को अगले जन्म में पाकिस्तान में पैदा करना।"