चारा घोटाले के एक मामले में लालू प्रसाद को साढ़े तीन साल की जेल और 5 लाख रुपये जुर्माना
By आदित्य द्विवेदी | Updated: January 6, 2018 18:36 IST2018-01-06T15:37:41+5:302018-01-06T18:36:07+5:30
एक और मामले में लालू की सजा का ऐलान। आरजेडी के भविष्य पर मंत्रणा शुरू हो गई है।

चारा घोटाले के एक मामले में लालू प्रसाद को साढ़े तीन साल की जेल और 5 लाख रुपये जुर्माना
देवघर कोषागार से जुड़े अवैध निकासी मामले में रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को 3.5 साल की सजा सुनाई है और 5 लाख जुर्माना लगाया गया है। न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने सजा का ऐलान करते हुए तीखी टिप्पणी भी की। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के लिए खुली जेल ठीक है। 23 दिसंबर को लालू प्रसाद समेत 16 लोगों को घोटाले का दोषी पाया गया था। सभी दोषियों ने बिरसा-मुंडा जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सजा सुनी।
क्या है चारा घोटाले से जुड़ा ये पूरा मामला
लालू प्रसाद यादव के ख़िलाफ़ मुख्य तौर पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 120 बी, 467, 470 के अलावा भ्रष्टाचार निवारण क़ानून की धाराएं भी लगाई गई थी। 15 दिसंबर को इस मामले में बहस पूरी हो गई और 23 दिसंबर को विशेष सीबीआई अदालत ने दोषी करार दिया था। देवघर कोषागार से जुड़े इस मामले के अलावा चारा घोटाले के और तीन मामलों में लालू प्रसाद रांची स्थित सीबीआई की अलग-अलग कोर्ट में सुनवाई का सामना कर रहे हैं।
इससे पहले 3 अक्टूबर 2013 को चाईबासा कोषागार से 37.7 करोड़ की अवैध निकासी से जुड़े चारा घोटाले के एक मामले में पांच साल की सजा हो चुकी है। सजा के साथ ही उनकी संसद सदस्यता और 6 तक चुनाव लड़ने पर रोक लग गई थी। फिलहाल वो जमानत पर हैं।
वीडियो- बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव को हुई सजा पर परिचर्चा
लालू यादव ने बिहार के नाम भेजा खत
तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि लालू यादव ने बिहारवासियों के नाम एक खत लिखा है। आज की ऐतिहासिक बैठक में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि न्यायालय पर हमें पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा सीबीआई ने पहले भी झूठे केसों में लालू जी को फंसाया है लेकिन सुप्रीम कोर्ट से हमें न्याय मिला। लालू यादव को एक विचारधारा करार देते हुए कहा कि जेल में भी रहते हुए भी बीजेपी उनसे खौफ खाती है।
People who were creating a scene that Lalu Ji will be scared can now see that he will neither be scared nor kneel or turn away from his ideology: Tejashwi Yadav, RJD #FodderScampic.twitter.com/oPmEsUoXDH
— ANI (@ANI) January 6, 2018
आरजेडी के भविष्य पर मंत्रणा जारी
लालू की सजा के ऐलान के साथ ही आरजेडी के भविष्य को लेकर मंत्रणा शुरू हो गई है। लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी ने अपने सरकारी आवास पर आरजेडी के शीर्ष नेताओं की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। वहां मौजूद नेता और कार्यकर्ता 'हममें है लालू, तुममें है लालू, हम सबमें है लालू' का नारा लगा रहे हैं। इस नारे के साथ वो संदेश देना चाहते हैं कि भले ही लालू प्रसाद को सजा हो गई हो लेकिन पार्टी अभी एकजुट है। इसी ओर इशारा करते हुए आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्व ने कहा कि यह बैठक पार्टी को मजबूत करने और भविष्य की रणनीति पर विचार करने के लिए पहले से ही बुलाई गई है। इस बैठक में राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, रघुवंश प्रसाद सिंह, विधायक भाई वीरेंद्र सहित सभी वरिष्ठ नेता भी भाग ले रहे हैं।
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लालू प्रसाद यादव की जिंदगी का सफरनामाः-
जन्म- बिहार के गोपालगंज जिले के फूलवरियां गांव में 11 जून 1948 को
शिक्षा- पटना के बीएन कॉलेज से स्नातक और कॉलेज से एलएलबी
राजनीतिक शुरुआत- पटना विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से। छात्रसंघ अध्यक्ष रहे।
राष्ट्रीय राजनीति में पदार्पण- जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति आंदोलन से
जनता पार्टी के टिकट पर 1977 में पहली बार लोक सभा सांसद बने
1980 में विधानसभा चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने 1989 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद बिहार विधान सभा के नेता विपक्ष बने।
1990 में बिहार में पहली बार जनता दल की सरकार बनी और लालू यादव मुख्यमंत्री बने।
1996 में चारा घोटाला को बड़े स्तर पर विवाद शुरू हुआ और 1997 में सीएम की कुर्सी गयी।
1997 में पत्नी राबड़ी देवी को राज्य का नया सीएम बनवाया।
1997 में लालू यादव को चारा घोटाले में अभियुक्त बनाया गया था
साल 2005 में लालू प्रसाद यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री बने।
अक्टूबर 2013 में चारा घोटाले से जुड़े पहले मामले में लालू यादव को दोषी पाते हुए पाँच साल की सजा सुनायी गयी।
लोक सभा संसदीय सीट से इस्तीफा देना पड़ा, जनप्रतिनिधि कानून के तहत छह साल तक चुनाव लड़ने पर रोक।
साल 2015 में राजद ने जदयू और कांग्रेस के साथ मिलकर बहुमत हासिल किया। हालांकि गठबंधन 20 महीने में टूट गया।
23 दिसंबर को चारा घोटाले से जुड़े देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में लालू यादव समेत 16 को दोषी पाया गया।
-पांच जनवरी को अदालत ने 3.5 साल की सुनायी।