बिजली, रेलवे, परिवहन, शिक्षा और स्वास्थ्य पर पांच साल में खर्च होंगे 102 लाख करोड़ः सीतारमण
By भाषा | Published: December 31, 2019 04:27 PM2019-12-31T16:27:45+5:302019-12-31T16:27:45+5:30
वित्त मंत्री ने कहा कि पहचान की गई ढांचागत परियोजनाओं की निगरानी के लिये राष्ट्रीय अवसंरचना परियोजनाओं के लिये समन्वय प्रणाली की शुरुआत की जायेगी। केन्द्र, राज्यों ने पिछले छह साल के दौरान बुनियादी परियोजनाओं पर 51 लाख करोड़ रुपये खर्च किये, अगले पांच साल में 100 लाख करोड़ रुपये और निवेश किये जायेंगे।
ढांचागत परियोजनाओं में निवेश को बढ़ावा देने के सरकार के संकल्प पर जोर देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐसी चिह्नित परियोजनाओं का एक खाका मंगलवार को प्रस्तुत किया जिन पर पांच साल में 102 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
वित्त मंत्री ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर दिये अपने भाषण में ढांचागत क्षेत्र की परियोजनाओं में 100 लाख करोड़ रुपये के निवेश के बारे में कहा था। उन्होंने कहा कि ये परियोजनायें बिजली, रेलवे, शहरी सिंचाई, परिवहन, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र की हैं।
FM Nirmala Sitharaman: Today, the task force has identified Rs 102 lakh crore worth of projects, after conducting 70 stakeholder consultations in a short period of four months https://t.co/q6KMttF2vw
— ANI (@ANI) December 31, 2019
सीतारमण ने कहा कि उसके गठित एक कार्यबल ने 102 लाख करोड़ रुपये की ढांचागत परियोजनाओं की पहचान की है। कार्यबल में चार महीने के कम समय में 70 विभिन्न पक्षों से बातचीत और विचार विमर्श के बाद यह काम पूरा किया है।
उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं की सीरीज में तीन लाख करोड़ रुपये की और भी परियोजनाएं जोड़ी जा सकती है। सीतारमण ने कहा कि ये परियोजनायें पिछले छह साल के दौरान केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा अमल में लाई गई 51 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं के अतिरिक्त हैं।
उन्होंने कहा कि नई परियोजनाओं में केन्द्र और राज्यों का हिस्सा 39- 39 प्रतिशत होगा। शेष 22 प्रतिशत निवेश निजी क्षेत्र से आएगा।