बिहार में बिन बारिश बाढ़ ने मचाई तबाही, पटना-भागलपुर रेलखंड पर रेल परिचालन हुआ बाधित
By एस पी सिन्हा | Updated: September 22, 2024 17:20 IST2024-09-22T17:18:44+5:302024-09-22T17:20:11+5:30
जमालपुर भागलपुर रेलखंड के सुलतानगंज और रतनपुर स्टेशनों के मध्य पुल सं-195 के ग्रिडर तक बाढ़ का पानी पहुंच जाने से शनिवार रात्रि 23.45 बजे से इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है।

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पटना: बिहार में बिना बारिश के ही आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है। बाढ़ से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। मुंगेर में गंगा का पानी निचले इलाकों में घुसने के बाद हालात बिगड़ने लगे हैं। पटना-भागलपुर रेलखंड पर रेल परिचालन बाधित हो गया है। पूर्व मध्य रेलवे ने रविवार को बताया कि इस रूट पर 4 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। वहीं 12 ट्रेनें परिवर्तित मार्ग से चलाई जा रही हैं। साथ ही 4 ट्रेनें आंशिक समापन या प्रारंभ होगी।
दरअसल, जमालपुर भागलपुर रेलखंड के सुलतानगंज और रतनपुर स्टेशनों के मध्य पुल सं-195 के ग्रिडर तक बाढ़ का पानी पहुंच जाने से शनिवार रात्रि 23.45 बजे से इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है। जमालपुर-भागलपुर रेलखंड पर कई जगह पानी अब पटरी को छूने ही वाला है। गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण पटना, मुंगेर, बेगूसराय, भोजपुर, वैशाली, सारण, बक्सर, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, भागलपुर के कई इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है, जिस वजह से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
ऐसा पहली बार हुआ है जब सितंबर महीने के बीच में गंगा नदी उफान पर हो। राज्य में पिछले 100 घंटे से आधा दर्जन से अधिक नदियां खतरे के निशान के ऊपर हैं। साथ गंगा भी अपने रौद्र रूप में है। बता दें कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, नेपाल, उत्तर प्रदेश और झारखंड में होने वाली भारी बारिश ने उत्तर बिहार के साथ-साथ दक्षिण बिहार की नदियों में उफान ला दी है। वहीं गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बीते दिन सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेपी सेतु और कंगन घाट का जायजा लिया।
उन्होंने गंगा पथ के दीघा घाट से कंगन घाट तक निरीक्षण किया। गंगा और सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि के बाद नए क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। राज्य के 12 जिलों की 9.78 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है।