लाइव न्यूज़ :

पहले दिल्ली...फिर उत्तराखंड, आखिर क्यों आ रहे इतने भूकंप, जानें

By आकाश चौरसिया | Updated: October 16, 2023 15:36 IST

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि इस बार का भूकंप 4 मैग्नीट्यूड का था। इससे पहले बीते रविवार को दिल्ली-एनसीआर में भी 3 मैग्नीट्यूड के साथ भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 

Open in App
ठळक मुद्देदिल्ली के बाद उत्तराखंड में सोमवार को सुबह 9 बजे भूकंप के झटके आएंकेंद्र उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से 48 किलोमीटर दूर था- एनसीएसदूसरी तरफ अफगानिस्तान में भी रविवार को भूकंप में भारी क्षति हुई

नई दिल्ली: दिल्ली के बाद उत्तराखंड में सोमवार को सुबह 9 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि यह 4 मैग्नीट्यूड का था। इससे पहले बीते रविवार को दिल्ली-एनसीआर में भी 3 मैग्नीट्यूड के साथ भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 

दूसरी तरफ राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने कहा, इसका केंद्र उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से 48 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में था। एनसीएस ने बताया कि पांच अक्टूबर को उत्तराखंड के उत्रकाशी जिले में सुबह के 3 बजकर 49 मिनट पर भूकंप के तेज झटके आए थे। इसके साथ ही डिपार्टमेंट ने कहा कि इसकी तीव्रता 3.2 थी। 

बताते चले कि 15 अक्टूबर 2023 को दिल्ली-एनसीआर में भी 3.1 मैग्नीट्यूड के साथ ऐसे ही झटके आए, जब लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर आ गए थे। भूकंप का केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद से 9 किलोमीटर पूर्व में रहा था

क्यों आ रहा भारत में बार-बार भूकंप?भारत में भूकंप के झटके इसलिए बार-बार महसूस किए जा रहे हैं क्योंकि धरती की ऊपरी सतह पर स्थित टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से भूकंप का खतरा बढ़ जाता है। फिर, यही प्लेट्स एक-दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रही होती है, साथ ही इनके रगड़ खाने से ऊर्जा पैदा होती है, जिसके बाद यही घर्षण धरती को हिलाने में कारगर हो जाती है।

यही नहीं, भूकंप के जरिए धरती फटने की संभावना बढ़ जाती है। इसका असर दिनों ही नहीं कई बार महीनों तक रहता है। बताते दें कि धरती की ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है। 

अफगानिस्तान में रविवार को आया 6.3 का भूकंप- अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वे                                                                       इसके अलावा अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वे ने कहा कि अफगानिस्तान में रविवार को 6.3 की तीव्रता से पश्चिमी क्षेत्र में भूकंप आया। इसका केंद्र हेरात शहर से 30 किलोमीटर दूर था, हेरात शहर अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। 

अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वे के अनुसार, भूकंप पृथ्वी की सतह से बस 6 किलोमीटर नीचे ही था। यूएसजीएस के मुताबिक, एक हफ्ते में यह चौथी बार जब इसी क्षेत्र में भूकंप के झटके आएं। 

4 लोगों ने गवाई जान, जबकि 153 लोगों का चल रहा उपचार- एपी                                                                                                एपी के मुताबिक, संगठन 'सेव द चिल्ड्रेन' ने कहा कि इसमें 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 153 लोगों का उपचार अस्पताल में जारी है। इसके साथ ही रबात सांगी जिले के बलूच क्षेत्र में कई गावों में भारी नुकसान हुआ है। साथ ही पुरानी ऐतिहासिक चीजों भी ढह गई।

टॅग्स :भूकंपभारतअमेरिकाअफगानिस्तानउत्तर प्रदेशदिल्ली-एनसीआरहरियाणा
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतPutin Visit India: राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे का दूसरा दिन, राजघाट पर देंगे श्रद्धांजलि; जानें क्या है शेड्यूल

भारत अधिक खबरें

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: कहां से आया 'जय भीम' का नारा? जिसने दलित समाज में भरा नया जोश

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें

भारतडॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी समेत नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें