नई दिल्ली: राज्यसभा में हुई आम बजट चर्चा पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास भारत की आज़ादी के 100 साल पूरे होने पर कोई विजन नहीं होगा तो हमें उसी तरह से भुगतना पड़ेगा जैसे हमें 70 सालों में भुगतना पड़ा जिसमें एक परिवार (कांग्रेस) को बनाने, उसका समर्थन करने और उसको फायदा पहुंचाने के अलावा देश में और कोई विजन नहीं था।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 70 सालों में से 65 साल वह सत्ता में रही और उसका ध्यान सिर्फ एक परिवार के निर्माण, उसकी मदद और उसे लाभ पहुंचाने में लगा रहा। ये बजट स्थिरता की बात करता है, इस बजट में पिछले साल की कुछ योजनाओं को आगे बढ़ाया गया है और वो योजनाएं आने वाले 25 सालों में हमारा मार्गदर्शन करेंगी।
इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'पीएम गति शक्ति मिशन' को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि इससे विभिन्न बुनियादी ढांचे पर होने वाले खर्च में बड़ा समन्वय आएगा। यह नहीं कहना चाहते हैं कि देश में बुनियादी ढांचे पर कभी खर्च नहीं हुआ। अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से जीडीपी में 9.57 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ लेकिन सप्लाई साइड में हुए अवरोध के बावजूद भी भारत की सीपीआई मुद्रास्फीति अब 6.2% है।
वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि इस बजट में तकनीक को प्राथमिकता दी गई है, इसका एक उदाहरण कृषि में सुधार करने और उसको मॉडर्न बनाने के लिए ड्रोन को लाना है। स्टार्टअप को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, हमने देखा कि देश में जिस मजबूती के साथ स्टार्टअप आ रहे हैं ऐसा विश्व में कहीं नहीं हुआ। बता दें कि 1 फरवरी को बजट पेश करते हुए सीतारमण ने आगामी 25 सालों को 'अमृत काल' बताया था, जिसके बाद विपक्ष ने उनकी जमकर आलोचना की थी। ऐसे में विपक्ष को जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगले 25 सालों को अमृत काल कहने में हमें कोई हैरानी नहीं हो रही है।