अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा परीक्षा में पेपर लीक को लेकर उग्र विरोध प्रदर्शन, ईटानगर क्षेत्र में धारा 144 लागू
By अंजली चौहान | Published: February 17, 2023 03:10 PM2023-02-17T15:10:14+5:302023-02-17T15:39:50+5:30
इस प्रदर्शन के कारण इलाके में तनाव का माहौल है। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने ईटानगर में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है।
ईटानगर: भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर लीक का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ईटानगर में अभ्यर्थियों द्वारा जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिसंक झड़प हो गई।
हालातों को बेकाबू होता देख सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। सुरक्षाबलों ने कड़ी कार्रवाई करते हुए हालातों पर काबू पा लिया है और भीड़ को अलग कर दिया है।
हालांकि, इस प्रदर्शन के कारण इलाके में तनाव का माहौल है। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने ईटानगर में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है। इस बीच इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शकारियों और पुलिस के बीच झड़प के कारण कई लोगों के घायल होने की सूचना है। इसमें खुद पुलिसवाले भी जख्मी हुए है और कई प्रदर्शकारी भी।
Arunachal Pradesh | Section 144 of CrPC has been imposed in the Itanagar capital region since midnight pertaining to protests over Arunachal Pradesh Public Service Commission (APPSC) paper leak case. https://t.co/sNBf5sjIlX
— ANI (@ANI) February 17, 2023
लोक सेवा परीक्षा में पेपर लीक मामले को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है। प्रदर्शकारी प्रशासन से इस कदर नराज है कि वह अब उग्र प्रदर्शन पर उतर आए हैं, जिसके कारण सुरक्षाबल सख्ती से मामले को शांत कराने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागें। सुरक्षाबलों के अनुसार फिलहाल स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह रद्द, धारा 144 लागू
जानकारी के अनुसार, लोक सेवा आयोग के पेपर लीक मामले को लेकर तनावपूर्ण माहौल को शांत कराने के लिए इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। इस बीच अरुणाचल प्रदेश कैबिनेट ने शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों के शपथ ग्रहण का समारोह का आयोजन किया था। हालांकि, अब इसे रद्द कर दिया गया है। वहीं, मामले को सुलझाने के लिए पुलिस के तमाम बड़े अधिकारी जुटे हुए हैं।