"फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार के लिए आईएसआई से हाथ मिलाया", भाजपा नेता का तीखा हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 11, 2023 07:25 AM2023-08-11T07:25:38+5:302023-08-11T07:32:01+5:30
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने जम्मू-कश्मीर में 1989 से शुरू हुए कश्मीरी पंडितों के दमन के पीछे नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती की साजिश बताया है।
जम्मू -कश्मीर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने जम्मू-कश्मीर में 1989 से शुरू हुए कश्मीरी पंडितों के दमन के पीछे नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती की साजिश बताते हुए कहा कि बीते लगभग तीन दशकों में कश्मीर घाटी में पंडितों के हुए कत्ल-ए-आम के पीछे अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार जिम्मेदार हैं।
इतना ही नहीं चुघ ने बीते गुरुवार को यह भी कहा कि कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार और दमन के लिए अब्दुल्ला और मुफ्ती के परिवारों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से हाथ मिलाया। उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला और मुफ़्ती की साजिश का नतीजा है कि कश्मीरी पंडितों की बड़े पैमाने पर हत्याएं हुईं और उन्हें 90 के दशक में उन्हें कश्मीर सहित राज्य छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था।
भाजपा चुघ ने संसद में फारूक अब्दुल्ला के इस तर्क पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कि उनकी सरकार ने 1989 में कश्मीरी पंडितों की रक्षा करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा, "संसद में फारूख द्वारा बोला गया, यह केवल झूठ का पुलिंदा था और उनकी आड़ में वो बीते कई दशकों से बचते चले आ रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "असली तथ्य तो यह है कि अब्दुल्ला परिवार कश्मीरी पंडितों को पीड़ित करने, उनकी हत्याओं को अंजाम देने और उनकी बहु-बेटियों से बलात्कारों करने की साजिश एवं अत्याचार के बल पर जम्मू-कश्मीर से बेदखल करने की रणनीतिकार रहे हैं।" बेहद हमलावर लहजे में चुघ ने कहा कि यह अब्दुल्लाओं और मुफ्तियों की राष्ट्र-विरोधी राजनीति थी, जिसने जम्मू-कश्मीर को पतन के कगार पर पहुंचा दिया।
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम के उस कदम के बाद से जम्मू-कश्मीर में एक नए युग की शुरुआत हुई है और लोगों ने विकास और प्रगति का एक नया जीवन जीना शुरू कर दिया है। आज की तारीख में वे कर्फ्यू और पत्थरों की बात नहीं करते, वे प्रगति और विकास की बात करते हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि आज की तारीख में फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर को एक बार फिर से हिंसा और अशांति के स्तर पर ले जाने पर आमादा हैं, लेकिन अब उनके राष्ट्र विरोधी मंसूबे सफल नहीं होंगे क्योंकि लोग उनकी राजनीतिक साजिशों के प्रति जाग गए हैं।