Farm Bills: कांग्रेस की ‘ट्रैक्टर रैली’ पर पानीपत में पुलिस ने छोड़ी पानी की बौछार, 25 सितंबर को देश भर में प्रदर्शन
By भाषा | Published: September 23, 2020 05:20 PM2020-09-23T17:20:50+5:302020-09-23T18:20:26+5:30
विपक्षी सांसदों ने हाल ही में पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। अकाली दल ने लुधियाना के सवादी कलां गांव से होते हुए कृषि बिलों के विरोध में और किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकाली।
चंडीगढ़/देहरादूनः केंद्र के कृषि सुधार विधेयकों के विरोध में दिल्ली की तरफ बढ़ रही हरियाणा युवा कांग्रेस के नेतृत्व वाली रैली को रोकने के लिये पुलिस ने बुधवार को पानीपत में पानी की बौछार छोड़ी।
पानीपत जिले में पुलिस द्वारा बैरीकेड लगाकर रोकी गई “ट्रैक्टर रैली” में भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी भी शामिल हुए। कुछ प्रदर्शनकारियों ने जब बैरीकेड को पार करने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें वहां से हटाने के लिये पानी की बौछार का इस्तेमाल किया।
पुलिस ने कहा कि बाद में कई युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ऐहतियातन हिरासत में लिया गया। युवा कांग्रेस के नेताओं का दावा था कि इस रैली में बहुत से किसानों ने भी हिस्सा लिया। यह रैली पानीपत से दिल्ली आनी थी जहां कार्यकर्ताओं का संसद के घेराव का कार्यक्रम था। ये लोग कृषि विधेयकों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराना चाहते थे जो उनके मुताबिक किसान विरोधी हैं।
इस रैली के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ समय के लिये सामान्य यातायात भी बाधित हुआ। इससे पहले रविवार को हरियाणा पुलिस ने पंजाब युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अंबाला जिले में प्रवेश कर आगे दिल्ली जाने से रोकने के लिये पानी की बौछार का इस्तेमाल किया था। ये कार्यकर्ता भी कृषि विधेयकों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाल रहे थे। उस ट्रैक्टर रैली में श्रीनिवास बी वी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ शामिल थे।
#WATCH पंजाब : अकाली दल ने लुधियाना के सवादी कलां गांव से होते हुए कृषि बिलों के विरोध में और किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकाली। pic.twitter.com/5ocIOGzi4j
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2020
ट्रैक्टर ट्राली पर विधानसभा जाने से रोकने पर कांग्रेस विधायकों का धरना
उत्तराखंड में कृषि विधेयक के विरोध में बुधवार को ट्रैक्टर ट्राली पर बैठकर विधानसभा जा रहे कांग्रेस विधायक रोके जाने से नाराज होकर सड़क पर धरना पर बैठ गए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक प्रीतम सिंह अन्य विधायकों, काज़ी निज़ामुद्दीन, आदेश चौहान तथा मनोज रावत के साथ ट्रैक्टर ट्राली में बैठकर विधानसभा की ओर जा रहे थे।
लेकिन पुलिस ने हरिद्वार बाईपास पर उन्हें रोक लिया और आगे नहीं जाने दिया जिससे नाराज होकर वह प्रसार भारती के सामने सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। संसद में केंद्र सरकार द्वारा किसान—विरोधी विधेयक पारित कराने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायकों ने कहा कि सरकार अब विरोध में उठ रही आवाज को भी दबाना चाहती है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिंह ने कहा कि पार्टी का किसान—विरोधी कृषि विधेयकों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
Uttarakhand: State Congress President Pritam Singh arrived at the state legislative assembly on a tractor, as a mark of protest against the #FarmBills.
— ANI (@ANI) September 23, 2020
The one-day #MonsoonSession of Uttarakhand State Assembly is being held today. pic.twitter.com/6IRds9woSm
कृषि विधेयक प्रदर्शन : हरियाणा पुलिस ने एलआईपी कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछार की
हरियाणा पुलिस ने बुधवार को केंद्र के कृषि विधयेकों के खिलाफ प्रदर्शन के लिए पंजाब से दिल्ली जा रहे लोक इंसाफ पार्टी (एलआईपी) के कार्यकर्ताओं के अंबाला के समीप अंतर-राज्यीय सीमा पर शंभू गांव के समीप बैरीकेड पार करने की कोशिश करने पर उन पर पानी की बौछार की। पुलिस ने कहा कि उसने एलआईपी कार्यकर्ताओं को बैरीकेड नहीं पार करने की चेतावनी थी और कोरोना वायरस महामारी के चलते लगी पाबंदियों के मद्देनजर प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह को आगे बढ़ने की अनुमति देने से मना कर दिया था।
जब एलआईपी नेता सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंद सिंह बैंस की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ता आगे बढ़ने पर अड़ गये तब गांव में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गयी। इसी दौरान हरियाणा पुलिस लगातार घोषणाएं करते हुए एलआईपी कार्यकर्ताओं से लौट जाने का आह्वान करती रहीं।
पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शंभू सीमा के पास पूरे इलाके को सील कर दिया था। एलआईपी के नेताओं ने रोके जाने पर कहा कि उन्हें प्रदर्शन करने का लोकतांत्रिक अधिकार है। लोक इंसाफ पार्टी ने पहले कृषि विधेयकों को लेकर संसद का घेराव करने की घोषणा की थी। पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से काले झंडे लेकर बाईक रैली निकाली थी।
Ambala: Haryana Police use water cannon to disperse Lok Insaf Party workers protesting against farm Bills pic.twitter.com/b22UR4zPRf
— ANI (@ANI) September 23, 2020