Fake TRP Racket: पुलिस के सवालों का सामना करेंगे रिपब्लिक टीवी के सीएफओ, शनिवार को होगी पूछताछ
By गुणातीत ओझा | Updated: October 9, 2020 22:35 IST2020-10-09T22:35:08+5:302020-10-09T22:35:08+5:30
मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (टीआरपी) हेरफेर रैकेट के सिलसिले में रिपब्लिक टीवी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) को एक समन जारी किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

फेक टीआरपी केस में पुलिस शनिवार को करेगी रिपब्लिक टीवी के सीएफओ से पूछताछ।
मुंबई। मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (टीआरपी) हेरफेर रैकेट के सिलसिले में रिपब्लिक टीवी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) को एक समन जारी किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रिपब्लिक टीवी के सीएफओ शिव सुब्रमण्यम सुंदरम को शनिवार सुबह जांच में उपस्थित होने के लिए कहा गया था। उनके अलावा, पुलिस ने मराठी चैनलों `फक्त मराठी’ और `बॉक्स सिनेमा`के एकाउंटेंट और कुछ विज्ञापन एजेंसियों के लोगों को भी तलब किया। संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मिलिंद भारम्बे ने पुष्टि की कि रिपब्लिक टीवी के सीएफओ को बुलाया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें पूर्वाह्न लगभग 11 बजे शहर के पुलिस मुख्यालय में आने के लिए कहा गया है। मुंबई अपराध शाखा की अपराध खुफिया इकाई (सीआईयू) फर्जी टीआपी रैकेट की जांच कर रही है। मामले में बृहस्पतिवार को पुलिस ने फक्त मराठी और बॉक्स सिनेमा के मालिकों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। मुंबई पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह ने दावा किया कि रिपब्लिक टीवी सहित तीन चैनलों ने टीआरपी में हेरफेर किया है। पुलिस ने बताया कि यह रैकेट तब सामने आई जब टीआरपी को मापने वाले संगठन बार्क ने हंसा रिसर्च ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई।
बता दें कि मुंबई पुलिस ने ‘टेलीविजन रेटिंग पॉइंट’ (टीआरपी) से छेड़छाड़ करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा था कि इस मामले में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। टीआरपी से यह पता चलता है कि कौन सा टीवी कार्यक्रम सबसे ज्यादा देखा गया। इससे दर्शकों की पसंद और किसी चैनल की लोकप्रियता का भी पता चलता है। मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि रिपब्लिक टीवी चैनल भी टीआरपी गिरोह में शामिल है। उन्होंने कहा कि इस चैनल द्वारा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मामले में मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की गई थी। सिंह ने कहा कि टीआरपी गिरोह का पर्दाफाश करने वाली मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने दो मराठी चैनलों के मालिकों को दर्शकों की संख्या की रेटिंग से छेड़छाड़ करने के लिए गिरफ्तार किया है।
रिपब्लिक टीवी ने एक बयान जारी कर सिंह के आरोपों को खारिज किया है। चैनल के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी ने कहा कि मुंबई पुलिस आयुक्त ने रिपब्लिक टीवी के विरुद्ध गलत आरोप लगाए हैं क्योंकि चैनल ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए थे। गोस्वामी ने कहा कि चैनल मुंबई पुलिस आयुक्त के विरुद्ध आपराधिक मानहानि का मुकदमा करेगा। उन्होंने कहा कि बीएआरसी ने एक भी शिकायत में रिपब्लिक टीवी का नाम नहीं लिया है। गोस्वामी ने कहा कि सिंह को माफी मांगनी चाहिए और अदालत में मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।