CJI रंजन गोगोई के नाम से ट्विटर पर बना फेक अकाउंट, वकील ने दर्ज कराया केस
By भारती द्विवेदी | Published: October 5, 2018 04:32 PM2018-10-05T16:32:07+5:302018-10-05T16:32:07+5:30
कंप्लेन में ये भी कहा है कि उस फेक अकाउंट से ट्वीट के जरिए बहुत सारे सवालों के जवाब दिए जा रहे हैं। जिसकी वजह लोगों के बीच भ्रम की स्थिति है।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर: दिल्ली पुलिस के पास गौरव कुमार बंसल नाम के एक वकील ने रंजन गोगोई से जुड़ा मामला दर्ज कराया है। गौरव ने अपने कंप्लेन में ये कहा है कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गगोई के नाम से ट्विटर पर फेक अकाउंट बनाया गया है। साथ ही ये भी कहा है कि उस फेक अकाउंट से ट्वीट के जरिए बहुत सारे सवालों के जवाब दिए जा रहे हैं। जिसकी वजह लोगों के बीच भ्रम की स्थिति है।
Advocate Gaurav Kumar Bansal has lodged a complaint in Delhi police regarding the operation of fake twitter account of Chief Justice of India Justice Ranjan Gogoi. Lawyer claims this said account is retweeting many questionable tweets & as such raises confusion among the public
— ANI (@ANI) October 5, 2018
बता दें कि 3 अक्टूबर को रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के 46वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई। रंजन गोगोई 23 अप्रैल 2012 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त हुए थे। इससे पहले वो पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस थे। इस दौरान उन्होंने कई ऐसे बड़े फैसले सुनाए जिनका देश पर गहरा असर पड़ा।
रंजन गोगोई का जन्म 18 नवंबर 1954 को हुआ था। उन्होंने 1978 में बतौर वकील पंजीकरण कराया था। 28 फरवरी 2001 को स्थायी जज बने। 12 फरवरी 2011 को रंजन गोगोई पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हुए। 23 अप्रैल 2012 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त हुए। जस्टिस गोगोई पूर्वोत्तर भारत से आने वाले पहले जज हैं जो देश के प्रधान न्यायाधीश के पद को सुशोभित हो गए हैं। वे 17 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद से रिटायर होंगे।