Fact Check: नए साल से यूपीआई ट्रांजेक्शन होंगे महंगे? जानें सच्चाई
By अनुराग आनंद | Updated: December 10, 2020 09:03 IST2020-12-10T08:58:25+5:302020-12-10T09:03:07+5:30
अगर कोई व्यक्ति थर्ड पार्टी ऐप का इस्तेमाल करके यूपीआई के जरिए ऑनलाइन पेमेंट करता है तो उसको इसके लिए शुल्क चुकाना होगा। जानें इस बात की सच्चाई क्या है?

पीआईबी ने फैक्टचेक में दावे को बताया गलत (फोटो पीआईबी )
नई दिल्ली: मुख्यधारा की मीडिया में यह दावा किया जा रहा है कि नए साल से यूपीआई व ऑनलाइन ट्रांजेक्शन महंगे हो जाएंगे। यह भी कहा जा रहा है कि यूपीआई के जरिए किसी को भुगतान करने पर ग्राहक को अतिरिक्त शुल्क देना हो सकता है।
यानी अगर कोई व्यक्ति थर्ड पार्टी ऐप का इस्तेमाल करके यूपीआई के जरिए ऑनलाइन पेमेंट करता है तो उसको इसके लिए शुल्क चुकाना होगा। मुख्यधारा के इन खबरों का फैक्ट चेक सरकारी संस्था पीआईबी ने किया है।
जानें पीआईबी ने क्या कहा है?
बता दें कि पीआईबी ने उस खबर को फर्जी बताया है जिसमें दावा किया जा रहा था कि नए साल से यूपीआई ट्रांजेक्शन महंगे हो जाएंगे और थर्ड पार्टी ऐप से पेमेंट करने पर अतिरिक्त चार्ज लगेंगे। पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि यह दावा गलत है। नैशनल पैमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है।
दावा : एक #खबर में दावा किया जा रहा है कि नए साल से यूपीआई ट्रांज़ैक्शन महंगे हो जाएंगे व थर्ड पार्टी एप्स से पेमेंट करने पर अतिरिक्त चार्ज लगेंगे। #PIBFactCheck : यह दावा गलत है। @NPCI_NPCI ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है।
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 9, 2020
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यूपीआई क्या है
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस या यूपीआई एक रियल टाइम भुगतान प्रणाली है। यह मोबाइल प्लेटफॉर्म के माध्यम से बैंक अकाउंट में पैसे तुरंत ट्रांसफर कर सकता है। यूपीआई के माध्यम से आप एक बैंक अकाउंट को कई यूपीआई ऐप से लिंक कर सकते हैं।