केंद्रीय विदेश मामलों के राज्य मंत्री व पूर्व पत्रकार एम जे अकबर का नाम भी #MeToo अभियान से जुड़ गया है। उन पर भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। मंगलवार (9 अक्टूबर) को इसी मसले पर जब कार्यक्रम में जब एमजे अकबर की बॉस यानी विदेशी मामलों की मंत्री सुषमा स्वराज से सवाल पूछा गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली।
एक कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को एक अखबार की पत्रकार स्मिता शर्मा ने सुषमा स्वराज से पूछा, उन पर गंभीर आरोप हैं। उनमें यौन उत्पीड़न के आरोप भी हैं। आप एक महिला हैं। साथ ही आप एक मंत्री भी हैं। क्या उन आरोपों में कोई परेशानी है।'
इसके जवाब में विदेशी मामलों की मंत्री सुषमा स्वराज ने एक शब्द जवाब देना उचित नहीं समझा। उन्होंने पूरी तरह से सवाल को अनदेखा करते हुए आगे बढ़ गईं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व पत्रकार व मोदी सरकार के एमजे अकबर का नाम लेते हुए पत्रकार प्रिया रमानी एक ट्वीट किया। इससे पहले भी करीब एक साल पहले उन्होंने अपनी बातें शेयर की थीं। जब हॉलीवुड के सबसे मशहूर हस्ती हार्वे वेंस्टीन पर यौन उत्पीड़न के आरोपों से मी टू अभियान शुरू हुआ था।
इसके बाद कई ट्वीट में केंद्रीय मंत्री के बारे में बातें हुईं। इसके अलावा पत्रकार प्रिया रमानी ने पिछले साल एक पूरा लेख लिखकर एमजे अकबर का नाम लिए बगैर मीडिया के क्षेत्र में होने वाले शोषण पर लिखा था। इसके बाद प्रेरणा सिंह बिंद्रा समेत कई पत्रकारों ने खुलकर पत्रकारिता के क्षेत्र में होने वाले शोषण पर अपनी बातें रखी थीं।
अब एक बार फिर से इस मामले ने तूल पकड़ी है और इस बारे में सीधे सुषमा स्वराज से सवाल पूछा गया है। लेकिन उन्होंने इस पर कोई जवाब नहीं दिया।