इंडियाबुल्स फाइनेंस सेंटर में प्रवर्तन निदेशालय ने मारा छापा, जानें क्या है मामला
By मनाली रस्तोगी | Updated: February 21, 2022 14:22 IST2022-02-21T14:16:09+5:302022-02-21T14:22:51+5:30
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंडिया बुल्स फाइनेंस सेंटर में सोमवार को छापेमारी की। ईडी दिल्ली और ईडी मुंबई की संयुक्त टीम ने छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है।

इंडियाबुल्स फाइनेंस सेंटर में प्रवर्तन निदेशालय ने मारा छापा, जानें क्या है मामला
मुंबई: इंडिया बुल्स फाइनेंस सेंटर में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, ईडी दिल्ली और ईडी मुंबई की संयुक्त टीम ने छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है। सूत्रों के हवाले से एएनआई ने बताया कि छापेमारी एन्फोर्समेंट केस इनफार्मेशन रिपोर्ट (ECIR) के तहत की गई। इंडियाबुल्स हाउसिंग, प्रमोटर समीर गहलोत व कुछ अन्य संबंधित कंपनियों और व्यक्तियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने इस रिपोर्ट को तैयार किया है।
Search is on the basis of an Enforcement Case Information Report (ECIR) registered by the Enforcement Directorate under the Prevention of Money Laundering Act, 2002 (PMLA) against Indiabulls Housing, promoter Sameer Gehlaut & some other related companies and individuals: Sources
— ANI (@ANI) February 21, 2022
बता दें कि इस रिपोर्ट में ये बताया गया है कि पालघर में दर्ज की गई एक प्राथमिकी के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने मामला दर्ज किया था। इसमें यह कहा गया कि पैसे की हेरा-फेरी कंपनी द्वारा की गई और अपने शेयरों में बढ़ती कीमत के लिए निवेश किया। रियल एस्टेट कंपनियों का उल्लेख प्राथमिकी में शिकायतकर्ता ने किया था। इन्होंने इंडियाबुल्स से लोन लिया था और इंडियाबुल्स हाउसिंग शेयरों में पैसा वापस भेज दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2014 और 2020 के बीच मुंबई पुलिस ने कंपनी के प्रमोटरों और निदेशकों द्वारा पैसों की हेरा-फेरी व लेखांकन अनियमितताओं के लिए इंडियाबुल्स समूह की कंपनियों के खिलाफ अप्रैल 2021 में मामला दर्ज किया था। इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस भी इस मामले में शामिल है।