जम्मू कश्मीर के बाटोटे इलाके में जारी मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी ढेर हो गए। इस बीच सेना का एक जवान शहीद हो गया। सभी 6 बंधक को छुड़ा लिया गया है।
जम्मू-किश्तवाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बटोटे में नौ घंटे चली मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है। अभियान में एक जवान भी शहीद हुआ है। सेना के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि मुठभेड़ पहले राजमार्ग के पास हुई। बाद में आतंकवादी वहां से भागकर मुख्य बाजार स्थित एक मकान में छुप गए।
सुरक्षा बलों ने उन्हें सभी ओर से घेर लिया है। जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, ‘‘मुठभेड़ समाप्त हो गयी है। हमने तीन आतंकवादियों को मार गिराया है। अभियान में एक जवान भी शहीद हुआ है।’’ उन्होंने कहा कि अभी तलाशी अभियान जारी है। विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
इससे पहले पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया था कि एक मकान में पांच आतंकवादी छिपे हुए हैं। उन्होंने बताया था कि आतंकवादियों ने शनिवार सुबह सेना के त्वरित कार्रवाई दल (क्यूआरटी) पर हमला कर भागने का प्रयास किया था। लेकिन दल ने उनका पीछा कर उन्हें घेर लिया।
अधिकारी ने बताया कि बेहद खराब मौसम के बावजूद गहन तलाशी अभियान के बाद मकान में छुपे आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच दोपहर एक बजे फिर से गोलीबारी शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि मकान मालिक के अंदर फंसे होने की आशंका है और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। उनके परिवार के अन्य सदस्य बाहर आ गए थे और उन्हें सुरक्षित रखा गया है। सुरक्षा बलों द्वारा पीछा किए जाने के दौरान आतंकवादी जबरन इस मकान में घुस गए।
आतंकवादियों ने सुबह ग्रेनेड फेंका और धारमुंड गांव में सेना के क्यूआरटी पर गोलीबारी की जिसके बाद मुठभेड़ हुई। उन्होंने बताया कि सेना के अतिरिक्त जवानों और पुलिस कर्मियों को भी मौके पर भेजा गया है। पूरे इलाके की घेराबंदी की गई है ताकि आंतकवादियों के भागने की हर कोशिश को नाकाम किया जा सके। ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादी किश्तवाड़ की तरफ से आए और उन्होंने राजमार्ग पर अस्थायी शिविर में रात गुजारी।
लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने कहा, ‘‘आज शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे, दो संदिग्धों ने एक वाहन को बटोटे में राजमार्ग पर रोकने की कोशिश की। चालक ने समझदारी दिखाते हुए वाहन को रोका नहीं और तुरंत ही नजदीकी सेना की चौकी को इसकी जानकारी दी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्यूआरटी फौरन हरकत में आया और संदिग्धों का पता लगाया।’’ अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद एहतियाती तौर पर राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
दरअसल, आतंकवादियों ने शनिवार सुबह सेना के एक दल पर हमला किया था जिसके बाद सुरक्षा बलों ने व्यापक खोज अभियान चलाया। अधिकारियों ने बताया कि रामबन जिले में राजमार्ग पर मुठभेड़ स्थल से भागने के बाद जांच दलों ने एक मकान के भीतर आतंकवादियों को घेर लिया।
मौके पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारी अभियान की निगरानी कर रहे हैं। इससे पहले अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के बावजूद जोर शोर से चले तलाश अभियान के बाद दोपहर करीब एक बजे मुख्य बाजार में छिपे हुए आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच फिर मुठभेड़ शुरू हुई।
उन्होंने बताया कि मकान से मालिक को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिशें चल रही हैं लेकिन उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। सुरक्षाबलों से भागते समय आतंकवादी जबरन इस मकान में घुस गए थे।
आतंकवादियों ने सुबह ग्रेनेड फेंका और धारमुंड गांव में सेना के क्यूआरटी पर गोलीबारी की जिसके बाद मुठभेड़ हुई। उन्होंने बताया कि सेना के अतिरिक्त जवानों और पुलिस कर्मियों को भी मौके पर भेजा गया है। पूरे इलाके की घेराबंदी की गई है ताकि आंतकवादियों के भागने की हर कोशिश को नाकाम किया जा सके।
ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादी किश्तवाड़ की तरफ से आए और उन्होंने राजमार्ग पर अस्थायी शिविर में रात गुजारी। जम्मू स्थित रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, ‘‘ आज शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे, दो संदिग्धों ने एक वाहन को बटोटे में राजमार्ग पर रोकने की कोशिश की।
चालक ने समझदारी दिखाते हुए वाहन को रोका नहीं और तुरंत ही नजदीकी सेना की चौकी को इसकी जानकारी दी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्यूआरटी फौरन हरकत में आया और संदिग्धों का पता लगाया।’’ अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद एहतियाती तौर पर राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। भाषा गोला शाहिद शाहिद