Electoral Bonds: फ्यूचर गेमिंग ने दिया सर्वाधिक 1368 करोड़ रुपये का चंदा, करती है लॉटरी का धंधा, वर्षों से रही सीबीआई और ईडी के रडार पर, जानिए इसके बारे में सब कुछ

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 15, 2024 09:36 AM2024-03-15T09:36:55+5:302024-03-15T09:42:08+5:30

फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने 12 अप्रैल 2019 और 24 जनवरी, 2024 के बीच 1,368 करोड़ रुपये का चुनावी दान दिया है।

Electoral Bonds: Future Gaming gave the highest donation of Rs 1368 crore, was on the radar of CBI and ED for years, know everything about it | Electoral Bonds: फ्यूचर गेमिंग ने दिया सर्वाधिक 1368 करोड़ रुपये का चंदा, करती है लॉटरी का धंधा, वर्षों से रही सीबीआई और ईडी के रडार पर, जानिए इसके बारे में सब कुछ

साभार: एक्स

Highlightsफ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नंबर वन चुनावी चंदा देने वाली कंपनी हैइसने 12 अप्रैल 2019 और 24 जनवरी 2024 के बीच 1,368 करोड़ रुपये का चुनावी चंदा दिया हैलॉटरी का धंधा करने वाली फ्यूचर गेमिंग पहले से सीबीआई, ईडी और आईटी के निशाने पर रही है

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा प्राप्त हुए चुनावी चंदे का डेटा चुनाव आयोग ने बीते गुरुवार को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया। चुनावा आयोग के वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार इस लिस्ट में कोयंबटूर की फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नंबर वन चुनावी चंदा देने वाली कंपनी है। फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने 12 अप्रैल 2019 और 24 जनवरी, 2024 के बीच 1,368 करोड़ रुपये का चुनावी दान दिया है।

समाचार वेबसाइट हिदुस्तान टाइम्स के अनुसार चुनावी चंदे में सबसे बड़े दानकर्ता फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड वर्षों से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ-साथ आयकर विभाग सहित कई अन्य जांच एजेंसियों की रडार पर है।

चुनाव आयोग द्वारा गुरुवार को सार्वजनिक किए गए दानदाताओं के 337 पेज के आंकड़ों के अनुसार सैंटियागो मार्टिन द्वारा संचालित कंपनी, जिसे "लॉटरी किंग" के रूप में भी जाना जाता है। उसने साल अक्टूबर 2020 और जनवरी के बीच 1,368 करोड़ रुपये के बॉंड खरीदे हैं।

बताया जा रहा है कि पहले मार्टिन लॉटरी एजेंसीज लिमिटेड के नाम से जानी जाने वाली फ्यूचर गेमिंग तमिलनाडु में लॉटरी टिकटों की छपाई और बिक्री का काम करती थी, लेकिन बाद में उसने केरल, कर्नाटक और बाद में उत्तर पूर्व में कारोबार का विस्तार किया।

कंपनी की वेबसाइट बताती है कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (जिसे पहले मार्टिन लॉटरी एजेंसीज लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) 2 अरब डॉलर से अधिक के कारोबार के साथ भारत के लॉटरी उद्योग में सबसे बड़ी खिलाड़ी है।

कोयंबटूर में पंजीकृत एक सहयोगी कंपनी फ्यूचर गेमिंग सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सिक्किम सरकार द्वारा आयोजित पेपर लॉटरी की वितरक थी। सीबीआई ने 2011 में सिक्किम लॉटरी से संबंधित कई मामलों की जांच शुरू की, जिसमें आरोप है कि मार्टिन और उसके सहयोगियों ने राज्य सरकार को धोखा देकर अप्रैल 2009 और अगस्त 2010 के बीच 910 करोड़ का अवैध मुनाफा कमाया था।

सिक्किम लॉटरी मामले में सीबीआई द्वारा दायर सात आरोप पत्रों के आधार पर ईडी ने 2019 में फ्यूचर गेमिंग और मार्टिन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की।

ईडी ने अपनी जांच में पाया कि मार्टिन और उनके सहयोगियों ने कथित तौर पर सिक्किम राज्य लॉटरी को व्यावहारिक रूप से चलाने और सरकार को लॉटरी टिकटों के अंकित मूल्य के प्रेषण से बचने के लिए मौजूदा नियमों का उल्लंघन करते हुए सिक्किम में अधिकारियों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

एजेंसी ने जुलाई 2019 में एक बयान में मार्टिन के फ्लैट और प्लॉट सहित 119 करोड़ की संपत्ति कुर्क करते हुए अपने बयान में कहा था कि कंपनी ने पुरस्कार विजेता टिकटों के दावों को भी बढ़ा-चढ़ाकर बताया था। मई 2019 में आयकर विभाग ने कथित कर चोरी के लिए मार्टिन, उनके सहयोगियों और कंपनियों से जुड़े लगभग 70 परिसरों पर भी छापेमारी की थी।

ईडी ने अप्रैल 2022 में एक प्रेस बयान में दावा किया कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, इसके विभिन्न उप-वितरकों और क्षेत्रीय वितरकों ने मिलकर आपराधिक साजिश रची और जीएसटी अवधि 2017 तक अवैध रूप से बिना बिके लॉटरी टिकटों को अपने पास रखा और पूर्व में ऐसे बिना बिके टिकटों पर शीर्ष पुरस्कार का दावा किया।

इसके अलावा कंपनी ने राज्य सरकारों की मंजूरी के बिना लॉटरी योजनाओं की पुरस्कार संरचना को संशोधित करके लॉटरी टिकटों की बिक्री आय को अवैध रूप से उपहार और प्रोत्साहन की ओर मोड़ दिया गया है। ईडी ने मई 2023 में मार्टिन के खिलाफ नए सिरे से तलाशी ली और अब उसने 457 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।

हालांकि एक अधिकारी ने कहा कि सीबीआई, ईडी और आईटी जांच को चुनावी चंदे से नहीं जोड़ा जा सकता क्योंकि कंपनी लॉटरी से संबंधित अनियमितताओं के लिए बहुत लंबे समय से रडार पर थी।

Web Title: Electoral Bonds: Future Gaming gave the highest donation of Rs 1368 crore, was on the radar of CBI and ED for years, know everything about it

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