तीन लोकसभा सीट, 14 राज्यों की 30 विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव, वोटों की गिनती दो नवंबर को, जानें सबकुछ
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 28, 2021 05:00 PM2021-09-28T17:00:57+5:302021-09-28T17:02:26+5:30
असम में पांच, पश्चिम बंगाल में चार, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश एवं मेघालय में तीन-तीन, बिहार, कर्नाटक एवं राजस्थान में दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम, नगालैंड एवं तेलंगाना में एक-एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे।
नई दिल्लीः निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को घोषणा की कि तीन लोकसभा सीटों और 14 राज्यों की 30 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव 30 अक्टूबर को होंगे। मतगणना दो नवंबर को होगी।
जिन तीन लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं उनमें दादरा एवं नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश की मंडी और मध्य प्रदेश की खंडवा सीट शामिल हैं। इस तीनों लोकसभा सीट से चुने गए सांसदों का निधन हो जाने के कारण उपचुनाव कराए जा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रामस्वरूप शर्मा का इस साल मार्च में दिल्ली स्थित उनके आवास पर निधन हो जाने के कारण मंडी लोकसभा सीट रिक्त हो गई थी।
भाजपा नेता नंद कुमार सिंह चौहान के निधन के बाद खंडवा सीट पर उपचुनाव कराना अनिवार्य हो गया है। इसके अलावा दादरा एवं नगर हवेली से निर्दलीय लोकसभा सदस्य मोहन डेलकर फरवरी में मुंबई के एक होटल में मृत पाए गए थे, जिसके कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है।
इनके अलावा 14 राज्यों में 30 विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव होंगे। असम में पांच, पश्चिम बंगाल में चार, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश एवं मेघालय में तीन-तीन, बिहार, कर्नाटक एवं राजस्थान में दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम, नगालैंड एवं तेलंगाना में एक-एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव होंगे।
निर्वाचन आयोग ने एक बयान में कहा, ‘‘आयोग ने महामारी, बाढ़, त्योहारों, कुछ क्षेत्रों में ठंड की स्थिति, संबंधित राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों से मिली प्रतिक्रिया की समीक्षा की है और सभी तथ्यों एवं परिस्थितियों पर गौर करते हुए दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव केंद्र शासित प्रदेश और मध्य प्रदेश एवं हिमाचल प्रदेश राज्यों में तीन संसदीय सीट पर उपचुनाव कराने का निर्णय लिया है। इसके अलावा विभिन्न राज्यों की 30 विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव कराने का निर्णय लिया गया है।’’
निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव के लिए कोविड-19 के मद्देनजर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं, जिनमें नामांकन से पहले एवं बाद में रैलियां निकालने पर रोक, प्रचार के लिए बाहर परिसरों में बैठने की कुल क्षमता के 50 प्रतिशत लोगों को अनुमति, राष्ट्रीय एवं राज्य के मान्यता प्राप्त दलों के लिए अधिकतम 20 स्टार प्रचारक और मतदान समाप्त होने से 72 घंटे पहले प्रचार पर रोक शामिल हैं। निर्वाचन आयोग ने चार सितंबर को पश्चिम बंगाल में भवानीपुर सीट तथा उन तीन सीट पर उपचुनाव की घोषणा की थी जहां चुनाव ‘‘स्थगित’’ करने पड़े थे। इनमें पश्चिम बंगाल की दो और ओडिशा की एक सीट शामिल है।