चुनाव आयोग आज कर सकता है लोक सभा चुनाव 2019 की घोषणा, तैयारियां लगभग पूरी: सूत्र
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 9, 2019 01:23 AM2019-03-09T01:23:51+5:302019-03-09T01:24:49+5:30
सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग 17वीं लोकसभा के चुनाव कराने के लिए साजो-सामान की तैयारियां पूरी करने के अंतिम चरण में है। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त हो रहा है।
चुनाव आयोगलोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषण आज (9 मार्च) को कर सकता है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोगलोकसभा चुनाव की अधिसूचना 9 मार्च को जारी करेगा। इसी वजह से प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने सभी मंत्रालयों और विभागों को 8 मार्च तक सभी लंबित परियोजनाओं का उद्घाटन करने का निर्देश दिया था। हालांकि इस खबर की कोई भी अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन सूत्रों के हवाले से ये खबर सामने आ रही है।
आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ ही न तो किसी परियोजना की आधारशिला रखी जा सकती है और न ही उद्घाटन हो सकता है। किसी नई योजना का शुभारंभ भी संभव नहीं होगा। यही वजह है कि सभी मंत्रालयों को सभी परियोजनाएं शुरू करने के लिए कहा गया था। वास्तव में प्रधानमंत्री खुद 8 मार्च तक काफी व्यस्त थे। इस दौरान वह देशभर का दौरा कर कई परियोजनाओं की शुरुआत कर चुके हैं। 8 मार्च को उन्होंने गाजियाबाद मोहननगर में मेट्रो सेवा का उद्घाटन किया।
चुनाव आयोग की तैयारियां लगभग पूरी
पीटीआई सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग आगामी लोकसभा चुनाव की तारीखें जल्द घोषित करेगा जो अप्रैल-मई में सात-आठ चरणों में संपन्न हो सकते हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग 17वीं लोकसभा के चुनाव कराने के लिए साजो-सामान की तैयारियां पूरी करने के अंतिम चरण में है। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त हो रहा है।चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद अगले सप्ताह पहले और दूसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव पर्यवेक्षकों की बैठक होगी।
कुछ राज्यों के विधानसभा चुनावों का ऐलान भी हो सकता है
सूत्रों के अनुसार पहले चरण के मतदान के लिए अधिसूचना मार्च के आखिर तक जारी हो सकती है और इसके लिए मतदान अप्रैल के पहले सप्ताह में होने की संभावना है।
पूरी संभावना है कि आयोग पुरानी परंपरा की तरह आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी लोकसभा चुनाव के साथ करा सकता है।
जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग हो चुकी है, इसलिए आयोग मई में समाप्त हो रही छह महीने की अवधि के अंदर यहां भी नये सिरे से चुनाव कराने के लिए बाध्य है।