अस्पताल निर्माण घोटाले में ईडी ने आप नेता सौरभ भारद्वाज के घर पर छापा मारा
By रुस्तम राणा | Updated: August 26, 2025 09:14 IST2025-08-26T09:14:05+5:302025-08-26T09:14:05+5:30
ग्रेटर कैलाश से तीन बार विधायक रहे भारद्वाज दिल्ली के स्वास्थ्य, शहरी विकास और जल मंत्री रह चुके हैं, दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं और आप के आधिकारिक प्रवक्ताओं में से एक हैं।

अस्पताल निर्माण घोटाले में ईडी ने आप नेता सौरभ भारद्वाज के घर पर छापा मारा
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के आवास समेत 13 जगहों पर छापेमारी की। यह छापेमारी आप सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत अस्पताल निर्माण परियोजनाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले की जाँच के सिलसिले में की गई। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी दिल्ली और आसपास के इलाकों में 13 जगहों पर की गई। केंद्रीय जाँच एजेंसी ने अभी तक ज़ब्त की गई संपत्तियों या पाई गई विशिष्ट वित्तीय अनियमितताओं का ब्योरा नहीं दिया है।
ग्रेटर कैलाश से तीन बार विधायक रहे भारद्वाज दिल्ली के स्वास्थ्य, शहरी विकास और जल मंत्री रह चुके हैं, दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं और आप के आधिकारिक प्रवक्ताओं में से एक हैं। यह मामला तत्कालीन विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता द्वारा अगस्त 2024 में दायर एक शिकायत से उत्पन्न हुआ था, जिसमें 2018-19 के दौरान 5,590 करोड़ रुपये की 24 अस्पताल परियोजनाओं की स्वीकृति और क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था।
इन परियोजनाओं में 11 नए अस्पताल और 13 मौजूदा सुविधाओं का उन्नयन शामिल था। ईडी के अनुसार, ये परियोजनाएँ देरी, लागत में वृद्धि और संदिग्ध गबन से प्रभावित थीं। स्वीकृत अस्पतालों में से कोई भी समय पर पूरा नहीं हुआ, और कई सौ करोड़ रुपये की बढ़ी हुई लागत अभी भी अस्पष्ट है। प्रमुख योजनाओं में से एक, 1,125 करोड़ रुपये की आईसीयू अस्पताल परियोजना, जिसका उद्देश्य सात पूर्व-निर्मित सुविधाओं में 6,800 बिस्तरों का निर्माण करना था, कथित तौर पर भारी खर्च के बावजूद केवल आधी ही पूरी हुई है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत मंजूरी मिलने के बाद भारद्वाज और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपों में परियोजना बजट में हेराफेरी, सरकारी धन का दुरुपयोग और निजी ठेकेदारों के साथ मिलीभगत शामिल है। मामले की आगे की जाँच जारी है।