भूकंप के झटकों से कांपी नोएडा की जमीन, रिक्टर पैमाने पर 3.2 मापी गई तीव्रता
By रामदीप मिश्रा | Updated: June 3, 2020 23:10 IST2020-06-03T23:05:16+5:302020-06-03T23:10:39+5:30
अगर भूकंप आता है तो आप आसानी से अपना बचाव कर सकते हैं। इसके लिए मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत से तुरंत बाहर निकलें और खुले में जाएं, किसी बिल्डिंग के आसपास खड़े न हों, लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।

नोएडा में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नोएडाः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में देर शाम भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूंकप की तीव्रता रिक्टर पैमाने 3.2 मापी गई है। यह जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र (एनसीएस) ने जानकारी दी है। यह भूकंप रात 10 बजकर 42 मिनट पर आया है। इससे पहले 29 मई को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
इसके अलावा आज भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुबह 4.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि इसमें किसी भी तरह की क्षति की खबर नहीं है। क्षेत्रीय भूकंप केंद्र ने यहां बताया कि सुबह सात बजकर 10 मिनट पर भूकंप आया और इसका अधिकेंद्र 55 किलोमीटर की गहराई में था और यह स्थान सोहरा से 82 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में है। भूकंप के झटके पूरे मेघालय में महसूस किए गए और इससे किसी भी तरह की क्षति की खबर नहीं है।
Earthquake of magnitude 3.2 struck 19km South-East of Noida at 10:42 pm today: National Center for Seismology (NCS) pic.twitter.com/1FXVjwIsC6
— ANI UP (@ANINewsUP) June 3, 2020
वहीं, 29 मई को हरियाणा के रोहतक में एक घंटे के भीतर दो बार भूकंप आए और दिल्ली में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। एनसीएस के बताया था कि पहला भूकंप 4.5 की मध्यम तीव्रता वाला था, जिसके झटके रात नौ बजकर आठ मिनट पर महसूस किये गये। भूकंप का केन्द्र पांच किलोमीटर की गहराई में स्थित था। दूसरा भूकंप रात के 10 बजे आया, जो 2.9 की तीव्रता का था।
रोहतक, दिल्ली से करीब 60 किलोमीटर दूर है। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कई बार कम तीव्रता वाले भूकंप आ चुके हैं। 12 अप्रैल के बाद से दिल्ली में चार कम तीव्रता वाले भूकंप 12 अप्रैल (3.5), 13 अप्रैल (2.7), 10 मई (3.4) और 15 मई (2.2) को आये थे।
भूकंप आने पर कैसे करें बचाव
आपको बता दें कि अगर भूकंप आता है तो आप आसानी से अपना बचाव कर सकते हैं। इसके लिए मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत से तुरंत बाहर निकलें और खुले में जाएं, किसी बिल्डिंग के आसपास खड़े न हों, लिफ्ट का इस्तेमाल न करें, घर के दरवाजे और खिड़की को खुला रखें और घर की सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें। इसके अलावा अगर बिल्डिंग बहुत ऊंची हो और तुरंत उतर पाना मुमकिन न हो तो उसमें मौजूद किसी मेज, ऊंची चौकी या बेड के नीचे छिप जाएं। भूकंप के दौरान लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं, ऐसे में स्थिति और बुरी हो सकती है।