DRDO: सतह से हवा में मार करने वाली दो और मिसाइलों का सफल परीक्षण, जानें क्या है खासियत, देखें वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 30, 2022 18:00 IST2022-03-30T17:59:04+5:302022-03-30T18:00:09+5:30
DRDO: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एमआरएसएएम-सेना के सफल प्रक्षेपण के लिए डीआरडीओ, भारतीय सेना और रक्षा उद्योग इकाइयों को बधाई दी।

सफल प्रक्षेपणों ने एक बार फिर प्रणाली की विश्वसनीयता साबित कर दी है।
बालासोरः भारत ने बुधवार को ओडिशा तट से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली दो और मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। डीआरडीओ के सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज लॉन्च पैड-3 से सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (एमआरएसएएम) का परीक्षण किया गया।
ये एमआरएसएएम सेना द्वारा उपयोग के लिए हैं। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कहा कि परीक्षणों के जरिये हथियार प्रणाली की सटीकता और विश्वसनीयता स्थापित की गई। उसने कहा कि इन परीक्षणों के दौरान मिसाइल, हथियार प्रणाली रडार और कमान पोस्ट सहित सभी हथियार प्रणाली घटकों के प्रदर्शन को सत्यापित किया गया है।
India today carried out two successful test firings of the Medium Range Surface to Air Missile system air defence systems off the coast of Odisha in Balasore: DRDO officials
— ANI (@ANI) March 30, 2022
(file photo) pic.twitter.com/FEOADHKO5J
ये परीक्षण डीआरडीओ और भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किए गए। इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एमआरएसएएम-सेना के सफल प्रक्षेपण के लिए डीआरडीओ, भारतीय सेना और रक्षा उद्योग इकाइयों को बधाई दी।
Defence Minister Rajnath Singh lauded DRDO, the Indian Army & the Industry for the successful launches of the MRSAM-Army: DRDO
— ANI (@ANI) March 30, 2022
उन्होंने कहा कि इन सफल प्रक्षेपणों ने एक बार फिर प्रणाली की विश्वसनीयता साबित कर दी है। डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी. सतीश रेड्डी ने हथियार प्रणाली के सफल परीक्षण से जुड़ी टीम को बधाई दी। गौरतलब है कि 27 मार्च को भी आईटीआर से सेना के दो एमआरएसएएम का परीक्षण किया गया था।