डोकलाम पर किसी अप्रत्याशित परिस्थिति के लिए हमारी सेना अलर्ट है: निर्मला सीतारमण
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: March 25, 2018 16:32 IST2018-03-25T14:47:09+5:302018-03-25T16:32:02+5:30
केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, भारत अपनी क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखेगा और हम इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

डोकलाम पर किसी अप्रत्याशित परिस्थिति के लिए हमारी सेना अलर्ट है: निर्मला सीतारमण
देहरादून, 25 मार्च। केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने चीन के साथ चल रहे डोकलाम विवाद पर भारत पूरी तरह सतर्क है और किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है। देहरादून में एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि, हम लगातार हमारे बलों के आधुनिकीकरण पर काम कर रहे हैं। भारत अपनी क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखेगा और हम इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
बता दें कि इससे उन्होंने एक शनिवार को डोकलाम विवाद पर कहा था कि, वह नहीं मानती हैं कि चीन के साथ डोकलाम के मुद्दे पर हुआ गतिरोध दोबारा कायम होगा। भारत ने विभिन्न स्तरों पर चीन से संवाद प्रक्रिया स्थापित की है। लेकिन इस दौरान उन्होंने साफ तौर पर यह भी कहा कि, भले ही दोनों ही देशों के बीच संवाद स्थापित हुआ हो लेकिन थलसेना को हरपल चौकस रहने की जरूरत नहीं है। #Uttarakhand: We are alert & ready for any unforeseen situation in Doklam. We are constantly working on the modernisation of our forces. We will maintain our territorial integrity: Union Defence Minister Nirmala Sitharaman in #Dehradunpic.twitter.com/q4XaSjXxD7
उन्होंने कहा था, ‘मैं निश्चित तौर पर कहती हूं कि मैं डोकलाम-2 के बारे में नहीं सोच रही। लेकिन विभिन्न स्तरों पर संवाद जारी है। आपकी स्थापित प्रक्रियाएं हैं। एक स्थायी प्रतिनिधि हैं जिन्होंने करीब 20 अलग-अलग बैठकें की हैं। फिर सीमा पर तैनात जवानों की भी बैठक होती है, फ्लैग अफसरों की बैठक होती है। यह सब होता है और हाल में थलसेना प्रमुख ने भी कहा है कि हमने वार्ता बहाल की है। हम विभिन्न स्तरों पर लगातार संवाद कर रहे हैं।’
गौरतलब है कि बीते साल डोकलाम में भारत और चीन की थलसेना के बीच 73 दिनों तक गतिरोध रहा था। इसके बाद दोनों देशों के बीच जटिल वार्ता प्रक्रिया हुई और अगस्त में ये गतिरोध खत्म हुआ था। रक्षा मंत्री सीतारमण ने कहा कि विभिन्न स्तरों पर संवाद के बावजूद थलसेना को हर पल चौकस रहने की जरूरत है।