"क्या महाराष्ट्र में कानून का डर है?, ऐसी अराजकता पहले कभी नहीं देखी गई", आदित्य ठाकरे ने शिवसेना (यूबीटी) नेता की हुई हत्या के बाद उठाया शिंदे सरकार पर सवाल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 9, 2024 07:29 AM2024-02-09T07:29:32+5:302024-02-09T07:38:26+5:30
शिवसेना (यूटीबी) के वरिष्ठ नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई में पार्टी के नेता अभिषेक घोसालकर की गोली मारकर की गई हत्या के बाद महाराष्ट्र में कनून-व्यवस्था फेल होने का आरोप लगाया है।
मुंबई: शिवसेना (यूटीबी) के वरिष्ठ नेता आदित्य ठाकरे ने बीते गुरुवार को मुंबई में पार्टी के नेता अभिषेक घोसालकर की गोली मारकर की गई हत्या के बाद महाराष्ट्र में कनून-व्यवस्था फेल होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली एनडीए सरकार को आरोपों के कटघरे में खड़ा किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व की एमवीए सरकार में मंत्री रहे आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में जो हालात हैं, वो सीधे तौर पर अराजकता की ओर इशारा कर रहे हैं और पिछली सरकारों में ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी गई।
ठाकरे की यह तीखी प्रतिक्रिया पार्टी के नेता अभिषेक घोसालकर की मुंबई के दहिसर इलाके में कथित तौर पर मौरिस नोरोन्हा नामक हत्यारे के हमले के बाद आया है, जिसमें घोसालकर की मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक अपराध को अंजाम देने के बाद हमलावर नोरोन्हा ने भी खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
आदित्य ठाकरे ने इस घटना के संबंध में मौजूदा सरकार के तहत कानून और व्यवस्था के पूरी तरह से फेल होने का दावा करते हुए अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल पर किये पोस्ट में कहा, "महाराष्ट्र ने पहले जैसी अराजकता देखी है। कानून-व्यवस्था की स्थिति को विफल होते देखना शब्दों से परे चौंकाने वाला है। क्या आज आम आदमी की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था मौजूद है? क्या कानून का डर मौजूद है? प्रशासन पूरी तरह से नदारद हो गया है।"
वहीं इस हमले के संबंध में मुंबई पुलिस ने कहा कि उनकी ओर से हमलावर मौरिस नोरोन्हा को कोई लाइसेंसी हथियार नहीं जारी किया गया था।
पुलिस ने मामले की प्रारंभिक जांच के बाद कहा, "दहिसर इलाके में हुई गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल किया गया हथियार के अवैध होने का संदेह है। मुंबई पुलिस द्वारा मौरिस को कोई हथियार लाइसेंस जारी नहीं किया गया था। अभिषेक घोसालकर की हत्या से जुड़ा मामला मुंबई पुलिस अपराध शाखा को सौंप दिया गया है औऱ आगे की जांच जारी है।''
खबरों के मुताबिक पुलिस ने मृतक शिवसेना (यूबीटी) नेता अभिषेक घोसालकर के पार्थिव शरीर के पोस्टमार्टम के लिए उसे सरकारी जेजे अस्पताल भेज दिया है। इस घटना ने राज्य के कई विपक्षी नेताओं में रोष पैदा कर दिया है।
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए सीएम शिंदे और डिप्टी देवेंद्र फड़नवीस के इस्तीफे की मांग की है।
राउत ने अपने आधिकारिक 'एक्स' पर किये पोस्ट में कहा, "महाराष्ट्र में गुंडों का राज है! मौरिस नोरोन्हा, जिसने अभिषेक घोसालकर को गोली मारी थीष वह चार दिन पहले मुख्यमंत्री के बंगले में था और उसने मुख्यमंत्री शिंदे ने उससे मुलाकात की थी। जहां मौरिस को शिंदे सेना में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। हत्या से साबित हो गया है कि देवेंद्र फड़नवीस गृह मंत्री के रूप में पूरी तरह विफल साबित हुए हैं। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।"
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि यह घटना महाराष्ट्र में 'जंगल राज' की शुरुआत का प्रतीक है। पटोले ने बीते गुरुवार को कहा, "महाराष्ट्र में कानून का कोई शासन नहीं है। राज्य में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। सत्तारूढ़ दल के विधायकों द्वारा गोलीबारी की ऐसी घटनाएं महाराष्ट्र में 'जंगल राज' की शुरुआत का प्रतीक हैं।"
गौरतलब है कि इस महीने यह ऐसी दूसरी घटना थी। इससे पहले इसी तरह की एक घटना में भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ ने उल्हासनगर के हिल लाइन पुलिस स्टेशन में शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता महेश गायकवाड़ पर कथित तौर पर गोली चला दी थी, जिस पर विपक्षी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।