2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के पीछे सोशल मीडिया एक बड़ा फैक्टर था। बीजेपी और नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया के जरिए देश के युवाओं तक पहुंचे और उन्हें प्रभावित किया। उस वक्त कांग्रेस धूमिल होती जा रही थी। ऐसे वक्त में कांग्रेस अपाध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात साउथ की एक्ट्रेस दिव्या स्पंदना उर्फ राम्या से हुई। राहुल गांधी ने उन्हें कांग्रेस पार्टी की आईटी और सोशल मीडिया सेल का प्रमुख नियुक्त किया। राम्या ने युवाओं के बीच धूमिल पड़ती जा रही कांग्रेस पार्टी को सोशल मीडिया के जरिए एक नई चमक दी है। (कर्नाटक विधानसभा चुनाव से जुड़ी सभी खबरों के लिए यहां क्लिक कीजिए)
दिव्या स्पंदना ने साल 2012 में कांग्रेस ज्वॉइन किया और 2013 में कर्नाटक की मंड्या संसदीय सीट से उपचुनाव जीता। हालांकि 2014 की मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। दिव्या स्पंदना ने कन्नड़ फिल्मों से डेब्यू किया और फिर तमिल और तुलुगू फिल्मों में भी अदाकारी के जलवे दिखाए। राम्या उनका स्क्रीन नाम है और अब वो इसी नाम से जानी जाती है।
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कर्नाटक चुनाव में राम्या की भूमिका बेहद अहम हो जाती है। वो पीएम नरेंद्र मोदी पर लगातार आक्रामक और तीक्ष्ण हमले बोलती हैं। जब से राम्या को कांग्रेस का सोशल मीडिया प्रमुख बनाया गया है बदलाव साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं। पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से लेकर राहुल गांधी के हैंडल में फॉलोवर की संख्या तेजी से बढ़ी है। गुजरात चुनाव में भी राम्या की भूमिका बेहद अहम रही। राम्या के नेतृत्व में ही 'विकास गांडो थायो छे' कैम्पेन वायरल हुआ था।
राहुल गांधी की हर रैली से पहले राम्या के निर्देशन में सोशल मीडिया के सिपाही माहौल बनाना शुरू कर देते हैं। पहले बीजेपी के जो नेता राहुल गांधी का मजाक बनाते थे अब उनके ट्वीट और बातों से परेशान नजर आते हैं। ये दिव्या स्पंदना की ही उपलब्धि है कि राहुल गांधी की बातों का काउंटर करने के लिए मोदी कैबिनेट के कई मंत्रियों को लगाया गया है। नरेंद्र मोदी की किसी रैली के बाद उनका काउंटर करते हैं। वायरल वीडियो निकालते हैं। राम्या से पहले और बाद की कांग्रेस पार्टी में बदलाव साफ तौर पर देखा जा सकता है।
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