दिग्विजय सिंह का ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज, बोले- 'सिंधिया के जाने से कांग्रेस कमजोर नहीं बल्कि मजबूत हुई है'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 14, 2022 04:50 PM2022-02-14T16:50:28+5:302022-02-14T16:58:18+5:30
मध्य प्रदेश के मुरैना में दिग्विजय सिंह ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने पर कोई असर नहीं हुआ बल्कि इससे कांग्रेस और मजबूत हुई है।
मुरैना: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह इस समय भींड और मुरैना जैसे बीहड़ क्षेत्र में उखड़ चुकी कांग्रेस की जड़ों में पानी देने का काम कर रहे हैं। मुरैना का सघन दौरा कर रहे है दिग्विजय सिंह ने इस मौक पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर हमला बोला।
दिग्गी राजा के नाम से मशहूर राज्यसभा के सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने पर कोई असर नहीं हुआ, बल्कि सिंधिया के जाने से कांग्रेस और मजबूत हुई है। पत्रकारों से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि साल 2023 में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में एकजुट होकर लड़ेगी और बीजेपी का पूरे प्रदेश से सफाया करेगी।
पत्रकार वार्ता में दिग्विजय सिंह के निशाने पर आश्चर्यजनक तरीके से सीएम शिवराज सिंह न होकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रहे।दिवंगत कांग्रेसी नेता माधव राव सिंधिया को याद करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता और हम लोगों के वरिष्ठ सहयोगी माधवराव सिंधिया को वो स्वयं तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह कांग्रेस में लेकर आए थे और इस कार्य में संजय गांधी ने अहम भूमिका निभाई थी।
इसके साथ ही सिंह ने यह भी कहा कि माधवराव सिंधिया और उनके बीच रिश्ते हमेशा प्रगाढ़ रहे। इन्हीं रिश्तों का हवाला देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि इसी कारण वो माधवराव सिंधिया के रहते हुए कभी ग्वालियर, भिंड और मुरैना जिलों के दौरा तक नहीं करते थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य भी उन्हें बहुत सम्मान देते हैं। लेकिन चूंकि वो अब विरोधी पार्टी में हैं तो कांग्रेस अब उनके खिलाफ ग्वालियर में जमकर प्रचार करेगी।
मालूम हो कि मार्च 2020 में हुए एक अप्रत्याशित राजनैतिक उलटफेर में तत्कालीन कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। इस घटना के महज 15 महीने के भीतर मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गई थी और बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की कमान संभाली थी। उस वक्त भी दिग्विजय सिंह ने कहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने से कांग्रेस कमजोर नहीं बल्कि मजबूत हुई है।
बीजेपी पर हमला करते हुए दिग्विजय सिंह ने उसे अवसरवादी पार्टी कहा और कहा कि वो केवल सत्ता पाने के लिए धर्म का सहारा लेते हैं, उन्हें लोगों के जीवन और उनके सुख-दुख से कोई वास्ता नहीं है। सूबे की शिवराज सरकार के शासन को असफल बताते हुए दिग्गी राजा ने कहा कि उनका शासन केवल झूठ का पुलिंदा है। पूरी मध्य प्रदेश की जनता लाचार है, युवा बेरोजगार हैं और महिलाओं और किसानों की स्थिति तो बहुत ही खराब है।