देवेन्द्र फड़नवीस बोले-उद्धव ठाकरे ने मुझे फोन करके सचिन वाजे को पुलिस बल में बहाल करने को कहा था...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 17, 2021 20:43 IST2021-03-17T20:40:34+5:302021-03-17T20:43:55+5:30
भाजपा नेता संजय कुटे ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार को बचाना चाहते हैं इसलिए उन्होंने नई दिल्ली में मीडिया के सामने राज्य के गृह विभाग की सराहना की।

2018 में महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री था और उनके पास गृह विभाग भी था।
मुंबईः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देवेन्द्र फड़नवीस ने बुधवार को दावा किया कि जब वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे तो शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने 2018 में उनसे तत्कालीन निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को राज्य पुलिस बल में बहाल करने के लिए कहा था।
उन्होंने शिवसेना पर यह भी आरोप लगाया कि उस समय इस मांग को लेकर उसने उन पर दबाव बनाया। वाजे दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट 25 फरवरी को विस्फोटक से लदी स्कॉर्पियो कार मिलने के मामले में एनआईए द्वारा की जा रही जांच के केन्द्र में हैं।
Question is why API Sachin Waze was reappointed. He was suspended in 2004, took VRS in 2008 &later, his VRS wasn't accepted due to an inquiry against him. In 2018, there was pressure from Shiv Sena to get him back, but I refused: BJP leader&former Maharashtra CM Devendra Fadnavis pic.twitter.com/uWIKJwIk2D
— ANI (@ANI) March 17, 2021
मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को इस मामले में कथित भूमिका के चलते 13 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था। वह हाल तक मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की अपराध खुफिया इकाई से संबद्ध थे। फड़नवीस ने नई दिल्ली में पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं 2018 में महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री था और उनके पास गृह विभाग भी था।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुझे फोन करके तत्कालीन पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को पुलिस बल में बहाल करने को कहा था। इसके बाद शिवसेना के कुछ नेताओं ने यही अनुरोध लेकर मुझ से मुलाकात की थी।’’ राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता ने यह भी आरोप लगाया कि शिवसेना ने इसे लेकर उन पर दबाव भी बनाया था।
मुंबई के शीर्ष पुलिस अधिकारी का स्थानांतरण एमवीए सरकार का छवि बचाने का प्रयास: भाजपा
भाजपा की महाराष्ट्र इकाई ने बुधवार को मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के स्थानांतरण को महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार की छवि बचाने की कोशिश (डैमेज कंट्रोल) करार दिया। विपक्षी पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि यहां उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के बाहर सुरक्षा से जुड़ा मामला राज्य के गृह विभाग से जुड़ा हो सकता है।
राज्य सरकार ने अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों के मिलने संबंधी घटनाक्रम पर हो रही आलोचना के बाद बुधवार को सिंह का स्थानांतरण कर दिया था और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नागराले को उनके स्थान पर नियुक्त किया था।
इस घटनाक्रम के बारे में बात करते हुए राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा, ‘‘मुंबई पुलिस आयुक्त का स्थानांतरण एमवीए सरकार का ‘‘डैमेज कंट्रोल’’ कदम है। मुझे लगता है कि एनआईए जांच से राज्य के गृह विभाग के साथ भी संबंध का खुलासा हो सकता है।
अगर इतने उच्च स्तर का कोई व्यक्ति इसमें शामिल होता है, तो उनके नाम निश्चित रूप से सामने आने चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत से संवेदनहीन बनी हुई है। विस्फोटक से जुड़ी और जानकारी सामने आने की उम्मीद है।’’