PM मोदी के इनकार के बावजूद बंगाल BJP ने किया दावा, CAA के बाद देशभर में लागू होगा NRC
By भाषा | Published: January 6, 2020 02:08 PM2020-01-06T14:08:55+5:302020-01-06T14:08:55+5:30
पार्टी सूत्रों ने बताया कि सीएए को प्रश्न एवं उत्तर के प्रारूप में सरलता से स्पष्ट किया गया है, ताकि कानून के संबंध में लोगों के भय को दूर किया जा सके। पुस्तिका में ‘‘इसके बाद क्या एनआरसी लाया जाएगा? इसकी कितनी जरूरत है? और एनआरसी आने पर क्या असम की तरह हिन्दुओं को निरोध केन्द्र में जाना पड़ेगा? जैसे सवाल हैं।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के शीर्ष नेताओं ने भले कहा है कि एनआरसी को देशभर में लागू करने पर कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन पश्चिम बंगाल भाजपा ने अपनी एक पुस्तक में दावा किया है कि सीएए लागू होने के बाद राष्ट्रीय नागरिकता पंजी को लाया जाएगा। संशोधित नागरिकता कानून के पक्ष में भाजपा के राज्यव्यापी अभियान के तहत अंग्रेजी, हिंदी और बंगाली में 23 पन्नों की एक पुस्तिका तैयार की गई है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि सीएए को प्रश्न एवं उत्तर के प्रारूप में सरलता से स्पष्ट किया गया है, ताकि कानून के संबंध में लोगों के भय को दूर किया जा सके। पुस्तिका में ‘‘इसके बाद क्या एनआरसी लाया जाएगा? इसकी कितनी जरूरत है? और एनआरसी आने पर क्या असम की तरह हिन्दुओं को निरोध केन्द्र में जाना पड़ेगा? जैसे सवाल हैं।’’
इनके जवाब में कहा गया है, ‘‘हां, इसके बाद एनआरसी होगा। कम से कम ऐसी केन्द्र सरकार की मंशा है।’’ पुस्तिका में दावा किया गया कि हिन्दुओं को एनआरसी की वजह से नहीं बल्कि विदेशी कानून की वजह से निरोध केन्द्र जाना पड़ा है। पुस्तिका में कहा, ‘‘ उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार और कांग्रेस द्वारा पारित विदेशी कानून के तहत असम में एनआरसी लागू किया गया। असम में भाजपा सरकार एनआरसी नहीं लाई। बल्कि उसने तो एनआरसी के खिलाफ अदालत में जाने का निर्णय किया था।’’
उसने कहा कि सीएए के लागू होने के बाद असम में निरोध केन्द्र में बंद हिन्दुओं को छोड़ दिया जाएगा। भाषा निहारिका पाण्डेय पाण्डेय