मिजोरम में बिजली की दरों में 20 प्रतिशत बढोतरी के विरोध में प्रदर्शन
By भाषा | Updated: August 25, 2021 12:09 IST2021-08-25T12:09:33+5:302021-08-25T12:09:33+5:30

मिजोरम में बिजली की दरों में 20 प्रतिशत बढोतरी के विरोध में प्रदर्शन
मिजोरम की राजधानी आइजोल में कांग्रेस की युवा इकाई के कार्यकर्ताओं ने बिजली की दरों में बढ़ोतरी के विरोध में प्रदर्शन किया और राज्य के बिजली मंत्री आर लालजिरलिआना के इस्तीफे की मांग की।मंगलवार को यहां ‘वनापा हॉल’ के बाहर प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे , युवा कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष लालमलसवमा नगहाका ने सरकार पर बिजली की दरों में बढ़ोतरी करके और फर्जी बिल जारी करके जनता को लूटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,‘‘ बिजली मंत्री को बढ़ी दरों और फर्जी बिलों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और विभाग को प्रभावी रूप से संचालित करने में नाकाम रहने के लिए उन्हें पद से इस्तीफा देना चाहिए।’’ नगहाका ने कहा कि सरकार ने बिजली की दरों में 20.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है,जो अप्रैल माह से प्रभावी हो गई है और यह बढ़ोतरी ऐसे वक्त में की गई है जब लोग पहले ही कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अगस्त में जारी बिजली के बिल बहुत अधिक हैं और कुछ गरीब परिवार जो बहुत कम यूनिट खर्च करते हैं उनसे उपभोग शुल्क जमा कराने के लिए कहा गया है। ये शुल्क दस हजार से ले कर एक लाख रुपए के बीच हैं। इस बीच राज्य बिजली इंजीनियर इन चीफ लालदुहजुआलो साइलो ने बिजली के बिलों में किसी प्रकार की खामी होने से इनकार किया है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा,‘‘ यद्यपि लॉकडाउन के कारण मीटर की रीडिंग नहीं ली गई, लेकिन बिल तैयार कर लिए गए, साथ ही उपभोग शुल्क की गणना पूर्व के बिलों के कुल शुल्क के औसत आधार पर की गई।’’ उन्होंने कहा कि बिजली के बिल अधिक हैं क्योंकि ये तीन माह-अप्रैल से जून तक के हैं।
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